पानी से बेईमानी
बस्ती : स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमरौली शुमाली में जल निगम द्वारा वाटर टैंक का निर्म
बस्ती : स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमरौली शुमाली में जल निगम द्वारा वाटर टैंक का निर्माण कराया गया है। लापरवाही के चलते निर्माण के तीन साल बीत जाने के बाद भी पेय जल आपूर्ति का काम शुरू नहीं हो सका है। हालांकि आपूर्ति शुरू कराने के लिए जिलाधिकारी द्वारा भी निर्देश दिया जा चुका है।
सल्टौआ गोपालपुर की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत अमरौली शुमाली में लोगों को प्रदूषित जल से निजात दिलाने के लिए जल निगम द्वारा 400 किलोलीटर क्षमता के 16 मीटर ऊंचे टैंक का निर्माण कराया गया है। जलापूर्ति शुरू होना तो दूर अभी तक पाइप लाइन बिछाने तक का काम पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में लोगों को प्रदूषित जल से निजात दिलाने की सरकारी मंशा तार-तार हो रही है।
10 हजार लोगों को मिलेगा शुद्ध पेयजल
इस ग्राम पंचायत की आबादी लगभग 10 हजार है, जिसमें सभी जातियों के लोग निवास करते हैं। ग्राम पंचायत में राजस्व ग्राम शिवा भी शामिल है। इसके अलावा गांव में 12 पुरवे व 56 मजरे हैं। इनमें अमरौली खास, अमरौली यादव पुरवा, माघपुर, चिरैयाडाड़, रामनगर, करीमनगर, बरहपुर, मधुबन, गोल बगीचा, ठोठियनवा, केवटहिया व कुसहवा शामिल हैं। इस टंकी से इन सभी पुरवों व मजरों में जलापूर्ति किया जाना है।
हो रहे थे जलजनित बीमारियों के शिकार
प्रदूषित जल के सेवन से गांव के तमाम लोग जेई समेत अन्य जलजनित बीमारियों की चपेट में आ रहे थे। इसे देखते हुए शासन द्वारा 5 वर्ष पूर्व गांव में वाटर टैंक के माध्यम से ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। लापरवाहियों के चलते अभी तक आपूर्ति शुरू नहीं की जा सकी है। जनसंख्या व दलितों की संख्या को देखते हुए बसपा शासन काल में इसे दो बार अंबेडकर गांव के रूप में भी चयनित किया जा चुका है।
आपूर्ति शुरू कराने का दिया निर्देश
ग्रामीणों की शिकायत पर एक माह पूर्व जिलाधिकारी अनिल कुमार दमेले ने पेयजल आपूर्ति शुरू कराने के लिए अधिशाषी अभियंता जल निगम को निर्देशित किया था। साथ ही आपूर्ति शुरू होने में देरी का कारण भी पूंछा था। इसके बाद भी अभी तक जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी है।
नागरिकों ने कहा
राम मिलन वर्मा, विकास त्रिपाठी, प्रभाकर पटेल, मेवालाल यादव, रामचन्दर यादव, दौलतराम, श्रीचौधरी, शिव कुमार, शैलेन्द्र यादव, अरविन्द कुमार, जगराम गुप्ता, रमेश गुप्ता, मनोज यादव, गिरीश मौर्य, रामपाल चौधरी, राज नरायन यादव आदि का कहना है कि तीन साल बीत जाने के बाद भी आपूर्ति शुरू होना तो दूर पाइप डालने का काम भी पूरा नहीं हो सका है। इनका कहना है कि लापरवाहियों के चलते उन्हें इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
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पाइप के अभाव में काम पूरा नहीं हो सका था। जल्द ही पाइप लाइन का परीक्षण कराया जाएगा। एक महीने के अंदर जलापूर्ति शुरू कराने का प्रयास किया जा रहा है।
अजीरुद्दीन, अवर अभियंता, जलनिगम
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