्रग्रामीणों ने पशुओं का टीकाकरण करने गई टीम को बनाया बंधक
जागरण संवाददाता,बस्ती: सूबे में पशुओं के खुरपका और मुंहपका बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए चलाया जा
जागरण संवाददाता,बस्ती: सूबे में पशुओं के खुरपका और मुंहपका बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान पशुधन मंत्री के गृह जनपद में धड़ाम हो गया है। अन्य जनपदों में क्या स्थिति होगी, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। शहर से महज तीन किमी दूर हवेली खास गांव इसकी जिंदा मिसाल है। शुक्रवार को जब टीकाकरण के लिए टीम पहुंची तो एक ही सीरिंज से सभी पशुओं को टीका लगाए जाने से भड़के ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया। घंटो मान मनौव्वल के बाद किसी तरह आक्रोश की शिकार टीम मुख्यालय पहुंची।
चौंकाने वाली बात तो यह है कि ग्रामीणों द्वारा बंधक बनाए गए टीकाकरण टीम के सदस्य आशीष कुमार मिश्र, मोहम्मद हसन, हरीश कुमार, काशी प्रसाद ग्रामीणों के सवाल पर बार-बार यह दुहाई देते रहे कि विभाग ने 10 अक्टूबर को मात्र 20 सीरिंज मुहैया कराई है। निडिल नहीं दी गई है। ऐसे में दो ही विकल्प है कि या तो पशुपालक अपने पैसे से निडिल खरीद कर पशुओं को टीका लगवाएं, या हम लोग अपनी जेब से खरीदें। आक्रोशित ग्रामीण किसी भी दशा में उनके तर्क को मानने को तैयार नहीं थे। अंतत: वे मोबाइल से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जय सिंह यादव को इसकी जानकारी दी। वे मौके पर पहुंचने में अस्मर्थता जताते हुए ग्रामीणों से फोन पर बात की। कहा कि की सीरिंज को गर्म पानी से धुलवा कर लगवा लें। इससे पशुओं में इंफेक्शन नहीं होगा। ग्रामीण उनकी भी बात को मानने को तैयार नहीं हुए। अंतत: पशुपालक अर्जुन चौधरी, रामललित चौधरी, वेद प्रकाश चौधरी, प्रेम प्रकाश चौधरी व सत्य प्रकाश ने बातचीत के बाद बीच का रास्ता निकाला। इसमें आम आदमी पार्टी के भगवान दीन समदर्शी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तब जाकर किसी तरह से ग्रामीणों ने बंधक बनाई गई टीम को मुक्त किया।