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जालसाजों ने लालच दे युवक से 11 हजार ऐंठे

बस्ती : जालसाजों का गिरोह एक बार फिर मंडल में सक्रिय हो गया है। दीपावली का इनाम देने की लालच दे गिरो

By Edited By: Published: Fri, 31 Oct 2014 12:07 AM (IST)Updated: Fri, 31 Oct 2014 12:07 AM (IST)
जालसाजों ने लालच दे युवक से 11 हजार ऐंठे

बस्ती : जालसाजों का गिरोह एक बार फिर मंडल में सक्रिय हो गया है। दीपावली का इनाम देने की लालच दे गिरोह के सदस्यों ने एक युवक को जाल में फंसा कर उससे 11500 रुपये ठग लिया।

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ठगी का शिकार युवक गुरुवार को पुलिस कार्यालय में गया और आपबीती बता न्याय की गुहार करने लगा। अपर पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र यादव ने मुंडेरवा थानाध्यक्ष को कार्यवाही का निर्देश दिया है।

मुंडेरवा थानाक्षेत्र में रहने वाले वीके चौधरी (परिवर्तित नाम) ने बताया 28 अक्टूबर की सुबह आठ बजे उसके मोबाइल पर फोन आया आपके नाम इनाम निकला है। इनाम में पांच लाख पच्चीस हजार और एक पल्सर गाड़ी है। इसके बाद फोन करने वाले ने बैंक खाता नंबर पूछा। पढ़ा लिखा यह युवक जालसाजों के झांसे में आ गया और बैंक खाता नंबर दे दिया। फोन करने वाले ने खुद को एक मोबाइल कंपनी का अधिकारी बताया और कहा थोड़ी देर में कंपनी के सीनियर अधिकारी बात करेंगे। सीनियर अधिकारी का फोन आया। इसने चौधरी को बताया दस मिनट बाद चेक जिस बैंक से भेजा जाएगा उसके ब्रांच मैनेजर बात करेंगे। वह जैसा कहेंगे वैसा ही करना। बैंक मैनेजर का भी फोन आया। उसने इनाम की राशि भेजने के लिए मोबाइल कंपनी के एक दूसरे अधिकारी का नाम बताया और उनका खाता संख्या बता 11500 रुपये जमा करने को कहा।

जालसाजों के चक्रव्यूह में फंस युवक घर से भागकर सीधे बैंक गया और बताई गई रकम स्टेट बैंक की मुंडेरवा शाखा से जमा कर दिया।

इनाम की राशि के लिए वह युवक पूरे दिन इंतजार करता रहा। फोन करने पर बताया गया बड़ा चेक है समय ज्यादा हो गया है। दूसरे दिन खाते में चला जाएगा। दूसरे दिन मोबाइल कंपनी और बैंक के कथित अधिकारी ने बारी-बारी से फिर फोन किया और 7200 रुपये बैंक खर्च के नाम पर जमा करने को कहा। जब युवक ने बताया अब उसके पास पैसे नहीं हैं तो फिर फोन आना बंद हो गया। युवक खुद भी जालसाजों के नंबरों पर फोन करता रह गया। फोन नहीं रिसीव किया गया।

इनसेट

ठगी के शिकार युवक ने दी सलाह

ठगी के शिकार युवक ने पूरी घटना की जानकारी तो दी लेकिन छापे जाने की बात सुनते ही हाथ जोड़ खड़ा हो गया। कहने लगा वह पढ़ा लिखा है और एक संभ्रांत परिवार में रहता है। मेरी मूर्खता पर सब लोग हंसेंगे और परिवार की साख पर आंच आएगी।

उसने बातचीत में कहा उसे मालूम है गया धन वापस नहीं आएगा लेकिन वह चाहता है उसके जैसे और लोग न ठगे जाएं। इस नाते ही कार्यवाही की उम्मीद लेकर यहां तक आया हूं।


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