सुख-समृद्धि व दीर्घायु को बहनों ने की कामना
बस्ती : भाई-बहन का अटूट प्रेम का पर्व भाई दूज शनिवार को शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक विधि विधान
बस्ती : भाई-बहन का अटूट प्रेम का पर्व भाई दूज शनिवार को शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक विधि विधान से मनाया गया। बहनों ने सुबह स्नान ध्यान कर भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी। इसके बाद मुंह मीठा कराया। भाई की लंबी आयु, सुख-समृद्धि की कामना की। भाइयों ने भी अपने कर्तव्य के पालन का संकल्प लिया।
मान्यता के अनुसार दीपावली का पर्व भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या में पधारने पर मनाया जाता है, वहीं भैया दूज का पर्व भगवान राम के राजतिलक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम का राजतिलक हुआ था।
उसके बाद से इस पर्व को भैया दूज के रूप में मनाया जाने लगा। बहने अपने भाई का तिलक कर उनकी लंबी, आयु, सुख, समृद्धि की कामना करती हैं। भगवान श्रीराम के तीनों भाई ने अपना जीवन श्रीराम की सेवा में लगा दिया था। भरत ने जहा 14 वर्ष तक श्रीराम के नाम पर प्रजा का पालन कर बड़े भाई के प्रति आदर प्रेम गाथा प्रकट की, वहीं लक्ष्मण ने वनवास में भी उनके साथ रहकर भातृभक्ति की मिसाल कायम की। यह पर्व सर्वत्र बहन द्वारा भाई के लिए अपूर्व सम्मान और स्नेह व्यक्त करता है। इस दिन बहन अपने घर में आए हुए भाई को विशेष प्रकार के व्यंजन परोसती हैं, और उनका आशीर्वाद लेती हैं।
भंडारा का हुआ आयोजन
शनिवार को मंगल बाजार स्थित पंचायती मंदिर पर अन्न कूट के मौके पर छप्पनभोग प्रसाद वितरण एवं भंडारा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मंदिर के पुरोहित पंडित हरिकेश मिश्रा ने वेद मंत्रोच्चार के साथ हुआ। आरती के बाद भोग लगाया गया। पंचायती मंदिर रजिस्टर्ड ट्रस्ट कमेटी के सचिव श्याम लाल पंसारी, बैजनाथ सराफा, सूर्य कुमार वैश्य, राजेंद्र सराफा, कृष्ण गोपाल सराफा, गौरव भारत, राना कृष्ण किंकर सिंह, नंद किशोर साहू, भागवत बरनवाल, अदालत प्रसाद, धर्मेद्र त्रिपाठी, सुधीर पांडेय, शांति भूषण त्रिपाठी, अवधेश त्रिपाठी, आनंद राजपाल, सूर्य प्रकाश शुक्ल, मोतीलाल वर्मा, अक्षत त्रिपाठी आदि मौजूद रहें। इसी क्रम में गांधी नगर स्थित श्रीराम जानकी मंदिर पर गोपेश्वर त्रिपाठी ने पूजन -अर्चन कर प्रसाद वितरण किया।