इनकी मजबूरी मरीजों पर भारी
बस्ती : सल्टौआ विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत अमरौली शुमाली में संचालित मातृ शिशु कल्याण केंद्र क
बस्ती : सल्टौआ विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत अमरौली शुमाली में संचालित मातृ शिशु कल्याण केंद्र का भवन जर्जर हो गया है। कोई दूसरी व्यवस्था न होने से क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं, बच्चों का टीकाकरण व देखभाल मजबूरन इसी भवन में किया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरौली शुमाली के अंतर्गत इस मातृ शिशु कल्याण केंद्र का संचालन किया जा रहा है। भवन का निर्माण वर्ष 1985 में कराया गया था। माह के पहले व तीसरे बुधवार को गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण किया जाता है। मौजूदा समय में इस भवन में एक पल भी ठहरना खतरे से खाली नहीं है। छत से लेकर दीवार सब कुछ जर्जर हो चुका है।
क्षेत्र के राम नयन चौधरी, हरीश चंद्र मौर्य, राम पाल, राम चंद्र यादव, प्रभाकर पटेल, राजेश यादव, उमेश वर्मा का कहना है कि भवन की छत टूट चुकी है। कभी किसी भी दिन कोई बड़ी घटना हो सकती है। क्षेत्रीय लोगों ने मांग की है कि मातृ शिशु कल्याण केंद्र के भवन का जीर्णोद्धार अभिलंब कराया जाए। इस बाबत राधा कुमारी, महिला बीएचडब्लू का कहना है कि भवन पूर्णतया बदहाल हो चुका है मगर मजबूरी में केंद्र को इस भवन में संचालित करना पड़ रहा है। जर्जर भवन के बाबत कई बार विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। डा. आर के वर्मा, डिप्टी सीएमओ ने बताया कि मातृ शिशु कल्याण केंद्र का भवन जर्जर है, यह संज्ञान में है। मरम्मत के लिए शासन द्वारा कोई धन नहीं आता है।