हुदहुद से नुकसान का अब तक नहीं हो पाया आंकलन
बस्ती : चक्रवाती तूफान हुदहुद से धान और तिलहन फसलों की कितनी क्षति हुई है। इसका आंकलन एक सप्ताह बाद
बस्ती : चक्रवाती तूफान हुदहुद से धान और तिलहन फसलों की कितनी क्षति हुई है। इसका आंकलन एक सप्ताह बाद भी नहीं हो पाया है।
जिला कृषि अधिकारी डा.सतीश चंद पाठक ने संयुक्त कृषि निदेशक को दी गई रिपोर्ट में 18 से 20 फीसद फसलों की क्षति होने की संभावना जताई है। हुदहुद ने चारों तरफ तबाही मचाई है। हाइब्रिड धान की फसलें पूरी तरह गिर गई हैं। तिलहन और गन्ने की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
कृषि विभाग है क्षति का वास्तविक आंकलन करने की जगह अंधेरे में तीर चला रहा है। 17 अक्टूबर को अपर जिलाधिकारी प्रताप सिंह भदौरिया ने जिला कृषि अधिकारी से फसलों हुई क्षति का आंकलन कराकर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। चार दिन बीत गए अब तक इसका आंकलन नहीं कराया जा सका है।
जिले में 2404 हेक्टेयर सुगंधित धान, 34160 हेक्टेयर शंकर धान और 63355हेक्टेयर में अन्य धान की फसलें बोई गई हैं। हाइब्रिड धान पक चुके हैं और कटने की स्थिति में रहे। इसी बीच आए चक्रवाती तूफान ने धान की यह फसलें खेतों में गिर गई। अधिकांश खेतों में अब भी पानी लगा हुआ है और गिरे धान के सड़ने की नौबत आ गई है। चक्रवाती तूफान से जिले में फसलों की कितनी क्षति हुई है। उप कृषि निदेशक डा. पीके कन्नौजिया इस बारे में सही जानकारी दो दिन बाद मिल पाएगी। क्षति का आंकलन कराया जा रहा है।