195 सड़क, 41 पूरी, 154 अधूरी
जागरण संवाददाता, बस्ती : सड़कें किसी भी जिले के विकास का आइना होती हैं, लेकिन यहां इनके निर्माण में धन का संकट है। नतीजा यह है नई तो दूर पुरानी सड़कों तक पर चलना खतरे से खाली नहीं है।
2688 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैले इस जनपद में सड़क आवागमन सुलभ बनाने के लिए विभिन्न योजनाओं में 195 सड़कों का निर्माण कार्य स्वीकृत कराया गया लेकिन एक साल में महज 41 सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो सका है। 154 सड़कें तो ऐसी हैं जिन पर धनाभाव में कार्य ही नहीं शुरू हो पाया है।
जिला योजना:39.62 किमी लंबी 30 सड़कों के निर्माण के लिए 16 करोड़ 7 लाख 29 हजार रुपये की जरूरत रही। इसके सापेक्ष लोक निर्माण विभाग को एक करोड़ 21 लाख 67 हजार दिए गए। 73.71 लाख खर्च कर अब तक 22 सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बाकी सड़कों के निर्माण के लिए सात करोड़ 39 लाख रुपये की मांग की गई है।
नाबार्ड योजना: 27 किमी लंबी 14 सड़कों के निर्माण के लिए एक करोड़ तीन लाख मिला जिसमें से 75 लाख खर्च कर 8.50 किमी लंबी दो सड़कों का निर्माण कार्य कराया गया है। बाकी 12 सड़कों के निर्माण के लिए सात करोड़ छानबे लाख रुपये की मांग की गयी है।
व्यापार विकास निधि : 47 किमी लंबी 17 सड़कों के निर्माण के लिए 55 करोड़ 99 लाख रुपये स्वीकृत किए गए। इन सड़कों को बनाने के लिए अब तक 4 करोड़ 32 लाख 98 हजार मिले जिसमें से 2 करोड़ 64 लाख 96 हजार व्यय कर दिया गया है लेकिन महज दो सड़कों को बनाया जा सका है। बाकी कार्य पूर्ण करने के लिए 44 करोड़ 23 लाख 30 हजार की मांग की गई है।
समग्र ग्राम विकास योजना:डा.राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना सरकार की शीर्ष प्राथमिक ताओं में से एक है लेकिन यहां भी धन का टोटा है। 51.4 किमी लंबे 52 संपर्क मार्गो के लिए 25 करोड़ 48 लाख 46 हजार स्वीकृत तो कर दिया गया लेकिन 3 करोड़ 90 लाख 97 हजार रुपये ही उपलब्ध कराए गए।
योजना में 2 करोड़ 54 लाख 18 हजार खर्च कर 7.20 किमी लंबे 9 संपर्क मार्गो का ही निर्माण पूरा किया जा सका है। बाकी सड़कों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए 22 करोड़ 39 लाख 99 हजार रुपये की जरूरत है।
पांच सौ आबादी वाली बसावटें: पांच सौ आबादी वाली अनजुड़ी बसावटों को संपर्क मार्ग से जोड़ने के लिए 46 किमी लंबे 42 संपर्क मार्ग स्वीकृत किए गए। इन सड़कों को बनाने के लिए 22 करोड़ 88 लाख 18 हजार की जरूरत है लेकिन 3 करोड़ 25 लाख 90 हजार रुपये की उपलब्ध कराए गए। 2 करोड़ 27 लाख 83 हजार व्यय कर अब तक दो सड़कों का ही निर्माण कार्य पूरा कराया गया है। बाकी कार्य पूर्ण करने के लिए 20 करोड़ 37 लाख 61 हजार की डिमांड की गई है।
स्पेशल कंपोनेंट प्लान:
इस योजना में 28.76 किमी लंबी 36 सड़कों का निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया। इनकी निर्माण लागत 12 करोड़ 52 लाख 79 हजार रुपये है। कार्यदायी संस्था को 6 करोड़ 48 लाख 78 हजार रुपये मिले जिसमें से 4 करोड़ 19 लाख व्यय कर 11.35 किमी लंबी 11 सड़कें बना दी गई है। बाकी कार्य पूर्ण करने के लिए 8 करोड़ 83 लाख की आवश्यकता बताई जा रही है।
पूर्वाचल विकास निधि:इसमें 20 किमी लंबी दस सड़कों का निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया लेकिन दो ही बन पाई है। सड़कों की निर्माण लागत 6 करोड़ 39 लाख 62 हजार रुपये है जिसके सापेक्ष 83.39 लाख की कार्यदायी संस्था को दिए गए। कार्यदायी संस्था ने 47 लाख व्यय की दो सड़कों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है। बाकी सड़कों के 3 करोड़ 32 लाख की डिमांड की गई है।