दोस्त का शव पीठ पर बांधकर पुलिस तक पहुंचाने वाला युवक हिरासत में
सचिन का जन्मदिन था। वह दोस्त अमन के साथ बाइक से केक लेने चार बजे घर से निकला। कई घंटे दोनों का पता नहीं चला। रात में जानकारी मिली कि सचिन को गोली मार दी गई है।
बरेली (जेएनएन)। बरेली में एक युवक की जन्मदिन ही उसका अंतिम दिन साबित हो गया। दोस्त के साथ बाइक पर बैठकर जन्मदिन पर केक लेने निकले 11वीं कक्षा के छात्र को फरीदपुर नेशनल हाईवे पर पीछे से गोली मार दी गई। गोली किसने और क्यों मारी पता नहीं चला। घटना के बाद दोस्त छात्र के शव को पीठ पर शर्ट से बांधकर सात किलोमीटर बाइक चलाकर हाईवे पुलिस के पास पहुंचा।
दोस्त की लाश शर्ट से बांधकर लाने वाला हिरासत में
बरेली के फरीदपुर चीनी मिल के पास युवक की गोली मारकर हत्या के मामले में शक की सुई मौके पर मौजूद दोस्त की तरफ भी घूमी है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। पूछताछ जारी है, जिसमें वह लगातार बयान बदल रहा है। अलबत्ता, मृतक के दोस्त ने यह जरूर कुबूला कि हमलावर चार थे। उन्होंने खंडहर में दीवार से सटाकर सचिन के सीने में गोली दाग दी। सचिन का यह वही दोस्त है, जो उसके शव को पीठ पर शर्ट से बांधकर बाइक के जरिये पुलिस के पास पहुंचा था।
बुधवार को जन्मदिन था
फतेहगंज पश्चिमी के अगरास निवासी सैन्यकर्मी बलदेव प्रसाद के दूसरे नंबर का बेटा सचिन (16) 11वीं का छात्र था। बुधवार को उसका जन्मदिन था। इसी खुशी में वह घर से केक लेने गांव के ही दोस्त अमन के साथ बाइक से अपरान्ह चार बजे निकला लेकिन, देर रात तक घर नहीं लौटा। इसी बीच रात में किसी ने फोन करके सचिन को गोली मारे जाने की सूचना दी। आनन-फानन में वे शहर के निजी अस्पताल पहुंचे तब तक सचिन की मौत हो चुकी थी। अम उसके साथ ही था, जिसने बताया-बुधवार रात आठ बजे फरीदपुर द्वारकेश चीनी मिल के पास चार हमलावरों ने घेरकर सचिन के गोली मारी थी। हमले के दौरान उसने मदद मांगी लेकिन कोई आगे नहीं आया। मजबूरन वह उसे पीठ पर शर्ट से बांधकर सात किमी दूर हाईवे पर तैनात पुलिस पिकेट के पास पहुंचा। वहां से सचिन को अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
फतेहगंज पश्चिमी के अगरास के बलदेव प्रसाद सेना के जवान हैं। वह इस समय मुंबई के मानपुर में तैनात हैं। पत्नी रानी देवी दो बेटों व एक बेटी के साथ गांव में रहती है। इनके दूसरे नंबर का बेटा सचिन (16) बदायूं के कॉलेज से 11वीं की पढ़ाई कर रहा है। कल सचिन का जन्मदिन था। वह दोस्त अमन के साथ बाइक से केक लेने के लिए चार बजे घर से निकला। कई घंटे तक दोनों का पता नहीं चला। रात में जानकारी मिली कि सचिन को गोली मार दी गई है और जब परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस पूछताछ में अमन ने बताया कि दोनों घूमते हुए हाईवे पर निकल गए थे। बाइक वह चला रहा था सचिन पीछे बैठा था। चीनी मिल के पास से वापस लौट रहे थे। उसी दौरान पीछे से किसी ने फायर कर दिया। गोली सचिन को लगी तो उसने अमन को बताया लेकिन बाइक रोकने तक वह नीचे गिर पड़ा। इसके बाद अमन ने बाइक रोकी और देखा तो उसकी उसे होश नहीं था।
यह भी पढ़ें: Yogi visit: रविवार को छुट्टी से दूर रहेगी बरेली मुरादाबाद मंडल की सरकार
घटना के बाद अमन ने कई लोगों से मदद मांगी पर किसी ने उसकी मदद नहीं की। जिसके बाद उसे कुछ नहीं सूझा तो दोस्त को पीछे बैठाकर शर्ट से बांध लिया और बाइक लेकर पहुंचा तो हाईवे पुलिस मिली। जहां से फिर उसे गौसगंज पुलिया के पास मौजूद प्राइवेट हॉस्पिटल की एंबुलेंस से उसे मिशन अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जन्मदिन के दिन ही मिली मौत
सचिन अपने जन्म दिन को लेकर जहां खुश था वहीं परिजन खाने पीने की तैयारी कर रह थे। यही दिन उसका आखिरी हो गया। अस्पताल पहुंचे परिजनों ने जैसे ही सचिन का शव देखा चीख-पुकार मच गई।
यह भी पढ़ें: प्रदेश की 15 साल की गंदगी एक दिन में नहीं जाएगी: सीएम योगी
आठ साल की थी दोस्ती एक झटके में खत्म
अमन ने बताया कि वह हिमाचल प्रदेश में नौकरी करता है। 29 अप्रैल को बहन की शादी में शमिल होने के लिए वह 24 अप्रैल को आया था। उसकी सचिन से आठ साल से गहरी दोस्ती थी।
पुलिस ने की पूछताछ, कई बिंदुओं पर जांच
पुलिस ने अकेले में पूछताछ की तो लगा कि अमन कुछ छिपा रहा है। वहीं पुलिस प्रेम प्रसंग समेत कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। अमन के पीछे कुछ निशान थे। अमन ने बताया कि उसे छर्रे लगे थे। हालांकि एक्सरे में छर्रे के बजाय एक निशान मिला।
यह भी पढ़ें: माहौल बिगाड़ने वाला किसी भी दल का हो सख्त कार्रवाई होगीः योगी
पता लगाया जा रहा है
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि घटना जानकारी में आई है। एसपी देहात और सीओ को मौके पर भेजा गया है। वारदात करने वालों का पता लगाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: हाईकोर्ट का आदेश, योगी और मार्य की तैनाती पर जवाब दे राज्य और केंद्र सरकार