रेल कर्मी हिरासत में लेने पर घेरा थाना
जागरण संवाददाता, बरेली : इज्जतनगर स्टेशन से रेल कर्मी हिरासत में लेने पर एनई मजदूर यूनियन के पदाधिकारी भड़क गए। यूनियन पदाधिकारियों ने बरेली जीआरपी थाने का घेराव कर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ जुलूस निकालकर नारेबाजी की। इससे परेशान जीआरपी ने मजबूरी में रेल कर्मी को पूछताछ कर छोड़ दिया।
रेल मंडल की इज्जतनगर स्टेशन पर विनोद कुमार कैरिज एंड वैगन विभाग में कर्मचारी (सफाई कर्मी) है। वह सोमवार को भी प्रतिदिन की तरह स्टेशन पर ड्यूटी कर रहा था। इसी दौरान बरेली सिटी जीआरपी थाना पुलिस ने विनोद कुमार को हिरासत में ले लिया। रेल कर्मियों ने पुलिस का विरोध किया। मगर उसे थाने ले आए। इसकी जानकारी एनई मजदूर यूनियन के मंडल मंत्री बसंत चतुर्वेदी को लगी। उन्होंनें एसओ जगत पाल सिंह वर्मा से जानकारी की। इसके बाद पूछताछ कर छोड़ने को कहा। लेकिन, पुलिस छोड़ने के बदले परिजनों पर रूपये का दवाब बनाने लगी। इससे खफा बसंत चतुर्वेदी सैकड़ों पदाधिकारियों के साथ थाने का घेराव करने पहुंच गए। यूनियन के मंडल अध्यक्ष मुकेश सक्सेना और मंडल मंत्री बसंत चतुर्वेदी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद पुलिस के खिलाफ जुलूस निकालकर नारेबाजी की।
इसके बाद पूछताछ कर विनोद कुमार को थाने से छोड़ा गया। मुकेश सक्सेना ने बताया, 16 सितंबर को ट्रेन से किसी महिला का बैग चोरी हो गया था। बैग चुराने के आरोप में वीरेंद्र को उठाया था, जबकि उस दौरान वह ड्यूटी पर भी नहीं था। वह बोले, ट्रेन से बैग चोरी होने की कोई रिपोर्ट भी दर्ज नहीं है। लेकिन, पुलिस ने बैग चोरी के नाम पर रेल कर्मियों से वसूली शुरू कर दी। इसी से खफा होकर प्रदर्शन किया था। इस मौके पर पीके दुबे, रोहित कुमार, मुहम्मद युनूस, एके सिंह, गिरिजेश मिश्रा, धनतेंद्र, जावेद आदि मौजूद थे।
दर्ज नहीं होती रिपोर्ट
ट्रेनों में लूट-चोरी की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। लेकिन, पुलिस घटनाओं को छिपाने के लिए दर्ज ही नहीं करती। मगर जब पीड़ित अफसरों के चक्कर लगाते हैं, तब बिना रिपोर्ट ही माल बरामदगी को कवायद की जाती है। इसी कारण कविता शर्मा का मुकदमा सात दिन भी दर्ज नहीं हुआ। बिना मुकदमे के ही चोरों की खामोशी से तलाश कर वसूली का खेल चल रहा था।
-यह कहती है पुलिस
एसओ जगत पाल सिंह वर्मा ने बताया कि 16 सितंबर को रामपुर की कविता शर्मा का नैनीताल एक्सप्रेस से बैग चोरी हो गया था। इसमें रूपये और मोबाइल था। महिला ने कोच में सफाई कर्मी के घुसने की बात कही थी। इसी कारण सफाई कर्मी को पूछताछ के लिए लाए थे। उसे पूछताछ कर छोड़ दिया। उन्होंने थाने पर रेल कर्मियों के प्रदर्शन से इन्कार किया।