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संशोधित -----उमरसिया कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 10:22 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 10:22 PM (IST)
संशोधित -----उमरसिया कांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, बरेली : सरेंडर की फिराक में घूम रहे उमरसिया कांड के मुख्य आरोपी विनोद कुमार को क्यारा पेट्रोल पंप के पास से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से तमंचा व दो कारतूस भी बरामद हुए हैं। थाने में वह बार-बार बयान बदलता रहा और पुलिस के तमाम प्रयास के बावजूद उसने महिला से छेड़छाड़ की बात तो कबूली लेकिन दुष्कर्म किए जाने से इन्कार कर दिया। वह पूरी घटना के लिए अपने साथियों को जिम्मेदार ठहरा रहा है।

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विनोद ने बताया कि घटना वाले दिन राजू व कप्तान भट्ठे के बाहर कच्ची शराब बेच रहे थे। जबकि भट्ठे के अंदर उसके साथ खेमपाल, रजनीश, बंटी, रवि, वीरपाल, वीरेश व सुधीर शराब पी रहे थे। इसके बाद सभी लोग बभिया स्थित अपने घर जाने के लिए निकले। रास्ते में महिला अपने पति व लड़के के साथ आती दिखाई दी। पलक झपकते ही वीरपाल, वीरेश, रजनीश व खेमपाल ने महिला को पकड़ लिया और उसे पीटने लगे। जबकि रजनीश ने उसके कुंडल व अन्य जेवर उतारे साथ ही उसके पति की साइकिल भी छीन ली। विनोद ने बताया कि जब उसने अपने साथियों को रोका तो उन्होंने उसे भी पीट दिया। घटना को अंजाम देने के बाद सभी लोग घर आ गए। अगले दिन सुबह ही विनोद नंदोसी सीबीगंज में रहने वाली अपनी मौसी के घर चला गया। जहां वह अपने रिश्तेदारों से समाचार पत्रों में छप रही उमरसिया की खबरों के बारे में जानकारी लेता रहा। वह पुलिस के मूवमेंट पर भी ध्यान रखे हुए था। विनोद की माने तो वह दो दिन पहले ही अपने घर वापस आया था। सोमवार को सरेंडर करने जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

कक्षा दो तक ही पढ़ा

विनोद ने सिर्फ कक्षा दो तक ही पढ़ाई की है। काफी समय से उसके अपराधियों से सपंर्क हो गए। जिस अंदाज में विनोद थाने में बैठा था, उसे देखकर सहज ही कहा जा सकता है उसे अपने कृत्य का कोई खौफ नहीं है। उसने लगभग नए कपड़े पहने हुए थे और सिर पर तेल भी लगाया हुआ था।

तुम बताओ, कबूल कर लूं

पुलिसकर्मियों के तमाम प्रयास के बावजूद विनोद ने महिला से दुष्कर्म की बात नहीं कबूली। जब पुलिसकर्मियों ने उससे बार-बार पूछा तो उसने खिसिया कर कहा कि तुम जो बता दो, मैं वही गुनाह कबूल कर लेता हूं।

लूट व हत्या के प्रयास के दो मामले

अभी तक की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि विनोद के ऊपर तीन अपराधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं। उसके ऊपर दो मामले 307 के हैं, एक अलीगंज थाने का है जबकि दूसरा कैंट का। एक अन्य मामला बीस दिन पहले लूट का भी है, जो कैंट थाने में दर्ज है।

शराब ज्यादा चढ़ गई थी

विनोद का कहना है कि शराब पीने के कुछ देर बाद वह नशे में बेसुध हो गया था। पुलिस पूछताछ में विनोद यह तो कह रहा है कि उसने महिला के साथ छेड़छाड़ की है।

2500 रुपये में बेचा सामान

पुलिस की माने तो विनोद ने लूटे गए जेवर व साइकिल को एक कबाड़ी को बेच दिया है। इसके एवज में उसे 2500 रुपये भी मिले थे। हालांकि अब विनोद के पास सिर्फ पांच सौ रुपये बचे हैं, शेष उसने खर्च कर डाले हैं।

विनोद के पीछे मजूबत हाथ

सूत्रों की माने तो विनोद के पीछे किसी नेता का हाथ है। उसके कहने पर ही वह सरेंडर करने की तैयारी में था। पुलिस उस नेता को भी तलाश रही है।

घटना का फ्लैशबैक

विगत बीस अगस्त को देर शाम उमरसिया में एक महिला से उसके पति और बेटे के सामने ही दुराचार किया था। लूटपाट भी की गई। महिला ने दस बदमाश होने की बात की थी, जिसके बाद चार आरोपियों बभिया निवासी प्रमोद उर्फ बंटी, खेमपाल, राजू व कप्तान को जेल भेजा जा चुका था। अब मुख्य आरोपी विनोद की गिरफ्तारी के बाद रवि, रजनीश, वीरेश व वीरपाल की गिरफ्तारी होना बाकी है।

मेडिकल बोर्ड गठित करने की मांग

बरेली : उमरसिया कांड में मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि न होने पर पीड़िता ने मेडिकल बोर्ड गठित कराने की मांग की है। प्रभारी डीएम सीडीओ भगवान सिंह से मिलने गई पीड़िता ने उनके न होने पर कार्यालय में मांग पत्र सौंपा। भाजपा नेता नेमचंद्र मौर्य ने बताया कि मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट में सबकुछ साफ हो जाएगा।

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निलंबित पुलिसकर्मियों ने दबोचा मास्टरमाइंड

जागरण संवाददाता, बरेली : उमरसिया कांड में सस्पेंड किए गए बभिया पुलिस चौकी के प्रभारी और सिपाहियों ने ही मास्टरमाइंड विनोद को दबोचा। चौकी के इन्हीं पुलिसकर्मियों को ही टास्क दिया गया था कि वे विनोद को पकड़ेंगे तभी बहाल हो सकेंगे।

उमरसिया कांड में बभिया पुलिस चौकी प्रभारी रविंद्र शर्मा तथा कांस्टेबल ध्यानपाल, अजीत सिंह, श्याम सिंह और भुंट्टो खां को निलंबित कर दिया गया था। इन आरोप था कि घटना के दो दिन पहले उमरसिया गांव के पास ही आठ-नौ बदमाशों की लोकेशन मिली थी, जिसकी सूचना चौकी के पुलिसकर्मियों को दी गई थी मगर वे शातिरों को पकड़ने की जहमत नहीं उठा सके थे। इस पर एसएसपी जे.रविन्दर गौड ने इन पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया था कि वे यदि घटना के मास्टरमाइंड विनोद को पकड़ लेंगे तो उन्हें बहाल कर दिया जाएगा। इस निर्देश पर इन पुलिसकर्मियों ने ताबड़तोड़ दबिशें दीं। बताते हैं कि सोमवार को इस टीम को सफलता मिली और विनोद सलाखों के पीछे पहुंच गया। एसएसपी ने बताया कि अब जल्द ही इन पुलिसवालों को बहाल कर दिया जाएगा।


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