माहे रमजान अलविदा, रोजे मुकम्मल
जागरण संवाददाता, बरेली: रमजान के रोजे मुकम्मल हो गए। अब मंगलवार को ईद का दिन है। अल्लाह के इनाम का दिन। खुशियां मनाने और उसमें दूसरों को शरीक करने का दिन। उसे यादगार बनाने के लिए घर-घर तैयारियां शुरु हो गई हैं।
उन्तीस दिन तक लगातार रोजे रखने के बाद सोमवार की शाम ईद का पैगाम लेकर आई। आसमान पर चांद दिखाई गया। बरेली में बारिश के सबब ऐसा नहीं हुआ लेकिन मरकज ने शरई एतबार से ईद का ऐलान पहले ही कर दिया था। अब मुसलमान मंगलवार को खुशियां मनाएंगे। नये कपड़े पहनेंगे। खुशबू लगाकर ईदगाह जाएंगे। वहां सुबह में पहले दो रकअत नमाज अदा करके अल्लाह की नेमतों का शुक्र अदा करेंगे। उसके बाद एक-दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद देंगे। सिवंइयां खाने और खिलाने का दौर चलेगा। इसकी तैयारियां रात में ही शुरु हो गईं।
सादगी से मनाएं ईदुल फित्र
दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन ने मदीना से दिया पैगाम
बरेली: मौजूदा माहौल को देखते हुए दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मौलाना सुब्हान रजा खां सुब्हानी मियां ने ईद को सादगी से मनाने का आह्वान किया है। सज्जादानशीन उमरा के लिए गए हुए हैं। इस समय मदीना में हैं। मुफ्ती सलीम नूरी ने बताया कि हजरत ने फोन पर सभी को ईद की मुबारकबाद दी है। आह्वान किया है कि ईद सादगी के साथ मनाई जाए। फिलस्तीन के मुसलमानों के लिए दुआ की जाए।