Move to Jagran APP

विपक्ष के बाद निर्वाचन आयुक्त ने भी कहा-प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब

राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल भी मानते हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब है। प्रमुख सचिव गृह के पद पर भी रहे एसके अग्रवाल मानते हैं कि अपराध और अपराधी दोनों ही बढ़े हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 20 May 2017 09:36 AM (IST)Updated: Sat, 20 May 2017 01:40 PM (IST)
विपक्ष के बाद निर्वाचन आयुक्त ने भी कहा-प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब
विपक्ष के बाद निर्वाचन आयुक्त ने भी कहा-प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब

बरेली (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा के पहले सत्र में जहां विपक्ष ने खराब कानून-व्यवस्था पर योगी आदित्यनाथ सरकार को पांच दिन घेरा वहीं राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल भी मानते हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब है। प्रमुख सचिव गृह के पद पर भी रहे एसके अग्रवाल मानते हैं कि अपराध और अपराधी दोनों ही बढ़े हैं। सवाल खड़ा किया फिर हिस्ट्रीशीट कम क्यों है।

loksabha election banner

राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल कल बरेली में थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर, लखनऊ, बनारस और अब बरेली जोन की समीक्षा में साफ हुआ कि अप्रैल माह के दौरान कुछ जिलों ने अच्छा काम नहीं किया है। जब तक प्रदेश में जघन्य अपराधी, हिस्ट्रीशीटर, इनामी और फरार बदमाश नहीं पकड़े जाएंगे, इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, सूबे में कानून व्यवस्था सुधरने वाली नहीं है। कमिश्नरी सभागार में बरेली और मुरादाबाद मंडल में स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे। 

यह भी पढ़ें: मंत्री श्रीकांत शर्मा के आश्वासन के बाद सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल खत्म

उन्होंने निर्देश दिए कि जिन जघन्य अपराध में अभियुक्त नामजद हुए हैं, उन सभी केस में तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। तीन या छह माह तक लंबित रहने से जनता में गलत संदेश जा रहा है। गैंगस्टर, गुंडा एक्ट और जिला बदर करने की कार्रवाई करें।

यह भी पढ़ें: मथुरा में सर्राफा लूट कांड सीसीटीवी में कैद, तीन पुलिसकर्मी निलंबित

सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा के मामलों में त्वरित व निष्पक्ष कार्रवाई हो। पंचायत चुनाव को लेकर कहा कि देखने में आया है कि फोर्स हिंसा के दौरान हेलमेट और सुरक्षा जैकेट इत्यादि पहने बगैर ही घटनास्थल पर पहुंच जाती है। किसी बड़े अफसर या फिर इंस्पेक्टर के घायल होने से फोर्स का मनोबल टूट जाता है इसलिए दंगा नियंत्रण की ट्रेनिंग सभी को कराएं। 

यह भी पढ़ें: मथुरा में ज्वेलरी शो-रूम में देर शाम डकैती, दो की हत्या

उन्होंने निकाय चुनाव टलने की संभावना से इन्कार किया। इसके बाद कहा कि छह या सात जून तक अधिसूचना जारी हो सकती है। पुनरीक्षण अभियान भी दस दिन बढ़ाए जाने की जानकारी दी। बैठक में एडीजी कानून व्यवस्था के साथ ही दोनों मंडलों के कमिश्नर एवं एडीजी बरेली जोन मौजूद रहे। 

ईवीएम में छेड़छाड़ की बात हवा हवाई

एसके अग्रवाल ने कहा कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ की बात महज किसी के कह देने भर से सच नहीं हो जाती। भारत निर्वाचन आयोग साबित करने की चुनौती भी दे चुका है लेकिन अभी तक किसी ने ऐसा नहीं किया। अगर बात सही होती तो पब्लिक के बीच से भी शिकायत आती। 

यह भी पढ़ें: मथुरा में डबल मर्डर के खिलाफ पीडि़त के परिवारजनों का अल्टीमेटम

29 तक सूची में जुड़वाएं नाम

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने, कटवाने इत्यादि के लिए आवेदन को बढ़ाकर अब 29 मई कर दिया गया है। अफसरों से कहा है कि बीएलओ को भेजकर 29 मई तक इसे दुरुस्त करा लें। पात्रों को मतदाता बनाया जाए। अपात्रों के नाम कटने चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.