स्मैकियों का ठिकाना, बारादरी थाना
जागरण संवाददाता, बरेली: मौत के सौदागरों पर पुलिस की पकड़ ढीली होते ही नशे का बाजार फिर से सज गया। बेखौफ नशेड़ियों ने अब पुलिस थानों के सामने ही अड्डे सजा लिए। स्मैक और चरस से लेकर नशीले इंजेक्शन तक का बाजार गुलजार हो गया। खुलेआम बिक रही 'मौत' पर लगाम कसने की बजाय पुलिस ने आंखें ही मूंद ली।
शुक्रवार की दोपहर बारादरी थाने के मुहाने पर बने यात्री शेड में खुलेआम नशे की मंडी सजी थी। मौत के सौदागर बेखौफ नशा बेच रहे थे और खरीदार वहीं बैठकर इसका लुत्फ उठा रहे थे। स्मैक, चरस और अफीम से लेकर नशे का इंजेक्शन तक यहां दिन दहाड़े बिक रहा था। खुलेआम सजी इस मौत की मंडी पर राहगीरों की नजर तो पड़ रही थी, लेकिन बगल में बैठी पुलिस आंखें मूंदे बैठी रही। दर्जनों नशेड़ी दिन दहाड़े जिंदगी को धुएं में उड़ा रहे थे।
छह महीने बाद फिर सजी मंडी
जनवरी में राजेंद्र नगर बिजली घर के पास दर्जनों स्कूली छात्रों को उनके अभिभावकों ने स्मैक पीते रंगे हाथ धर दबोचा था। इसके बाद पूरे ढाई महीने 'दैनिक जागरण' ने मौत के सौदागरों के खिलाफ अभियान चलाया। पुलिस ने मौत के सौदागरों की जमकर धरपकड़ की थी। नतीजन तमाम कारोबारी हत्थे चढ़े। बरेली की बदनाम गलियों में नशे का कारोबार काफी हद तक थम गया। फिर अभियान बंद होते ही पुलिस की पकड़ ढीली पड़ती गई और मौत के कारोबारियों ने फिर से अपनी दुकानें सजा लीं।
नहीं सुनती पुलिस
बारादरी थाने और शामहमतगंज सब्जी मंडी के आसपास रहने वाले लोगों की मानें तो कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं होती। खुर्रम गौटिया में रहने वाले शिक्षक अहमद अंसारी कहते हैं कि पंद्रह दिन पहले गली में स्मैक बिक रही थी। शाहमतगंज चौकी प्रभारी को खुद बताने गया, लेकिन एक पुलिस आया।
बेरोजगार फिर निशाने पर
हमेशा की तरह इस बार फिर से बेरोजगार और छात्र मौत के सौदागरों के निशाने पर हैं। युवाओं से दोस्ती कर पहले नशे की लत डाली जाती है और फिर उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए कैरियर के तौर पर धंधे में उतार दिया जाता है। हाल ही में गिरफ्तार राजेंद्र नगर निवासी मैनेजमेंट का छात्र देवेश सिंह पुंडीर से पहले भी कई और छात्र इस गिरोह के चंगुल में फंसकर अपनी जिंदगी तबाह कर चुके हैं। ज्यादातर राजेंद्र नगर इलाके की कोचिंग में पढ़ने वाले या उस ओर रहने वाले छात्र इस गिरोह का शिकार बनते हैं।
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वर्जन -
मुझे जानकारी नहीं कि थाने के बाहर बने यात्री शेड में नशे का कारोबार चल रहा है। यदि ऐसा है तो निश्चित ही उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेजेगी।
- आरके सिंह, इंस्पेक्टर, बारादरी