दारोगा जी मुकदमे में कर रहे लीपापोती
जागरण संवाददाता, बरेली : साहब, दारोगा जी मुकदमे में लीपापोती कर रहे हैं। लिव इन रिलेशन में रहकर अलग हुई कोतवाली इलाके की युवती ने दारोगा के सामने ही पुलिस कप्तान से उनकी शिकायत की। इस पर दारोगा के खिलाफ एसएसपी ने जांच बैठा दी है। कप्तान ने मामले के विवेचक को भी बदल दिया है।
महिलाओं पर अत्याचार के मामलों में पुलिस द्वारा किस तरह लापरवाही बरती जा रही है, इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। रजत विहार कालोनी निवासी युवती सोमवार दोपहर एसएसपी जे.रविन्दर गौड के पास पहुंची। कार्यालय में उसने इज्जतनगर थाने के दारोगा पर गंभीर आरोप लगाए। बोली, दारोगा जी आरोपियों से मिलीभगत कर उसके केस में लीपापोती करना चाहते हैं। इस पर एसएसपी ने दारोगा को अपने कार्यालय बुला लिया। युवती ने दारोगा के सामने भी बेबाकी से उनकी शिकायत की। इस पर एसएसपी ने दारोगा से मुकदमे की विवेचना स्थानांतरित कर दिया। साथ ही सीओ को दारोगा की भूमिका की जांच के निर्देश दिए हैं।
युवती के मुताबिक उसकी दोस्ती बीटेक कर रहे युवक से हुई। इसके बाद दोनों साथ रहने लगे। युवती का दावा है कि युवक ने 13 जुलाई 2011 को उससे शादी की और दोनों साथ रहे मगर दहेज की मांग शुरू हुई तो अनबन शुरू हो गई। लगभग आठ माह पहले उसने कथित पति तथा ससुरालियों पर कोतवाली में मुकदमा करा दिया और मायके में रहने लगी। इस बीच मुकदमा वापस कराने के लिए आरोपियों ने युवती पर जानलेवा हमला कर दिया। इसकी रिपोर्ट इज्जत नगर थाने में दर्ज कराई गई। युवती का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, इससे उनका हौसला बढ़ गया और 29 अगस्त को युवती पर फिर धमकी दी गई। युवक के पिता एलआइसी में बड़े अधिकारी हैं। इस बाबत दारोगा ने सफाई दी कि जानलेवा हमले का कोई साक्ष्य नहीं मिल रहा है। न तो घटनास्थल पर युवती के मोबाइल का लोकेशन मिल रहा है और न ही कोई वहां कुछ बताने को तैयार है। एसएसपी का कहना है कि मामला गंभीर है। पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी कराई जाएगी।