कृषि, शिक्षा क्षेत्र में बढ़ानी होगी महिला भागीदारी
जागरण संवाददाता, बरेली : किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी होने में पशुपालन की मुख्य भूमिका होगी। यह
जागरण संवाददाता, बरेली : किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी होने में पशुपालन की मुख्य भूमिका होगी। यह बात मंगलवार को आइवीआरआइ में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक कृषि शिक्षा डॉ. नरेंद्र सिंह राठौर ने कही। बोले, भारत सरकार कृषि शिक्षा में महिलाओं को आगे लाने की कोशिश में है। संयुक्त निदेशक प्रसार डॉ.अनिल कुमार गर्ग ने बताया कि प्रशिक्षण में तमिलनाडु, दिल्ली, पंडुचेरी, अंडमान निकोबार,बिहार,आंध्र प्रदेश, झारखंड, केरल, गोवा, जम्मू एवं कश्मीर, मेघालय, कर्नाटक और ओडिशा की नौ महिलाओं सहित 28 फील्ड पशु चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे।
आठ दिवसीय मॉडल प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रिसीजन लाइव स्टॉक फार्मिग के समापन समारोह में डॉ. राठौर ने मेंटो¨रग रूरल यूथ-2017 मेकिंग एग्रीकल्चर अट्रेक्टिव टू यूथ फोल्डर का विमोचन किया। इस दौरान प्रशिक्षण में शामिल लोगों को प्रमाण पत्र दिए। उन्होंने पिछले साल की अपेक्षा इस साल कृषि उत्पादन बढ़ने पर खुशी जताई। बोले, देश में हर कहीं किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन राजस्थान में एक भी घटना नहीं हुई। क्योंकि वहां के किसान पशुपालन से जुड़े हैं। छात्रों को विश्व के भविष्य की आशा बताया। भारत की अनेकता में एकता की तारीफ की। उत्तर-पूर्वी राज्यों में जैविक खेती बढ़ने पर खुशी जाहिर की। संस्थान के निदेशक डॉ. राजकुमार सिंह ने प्रशिक्षु और प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण बेहतर बताया। केंद्रीय पक्षी अनुसंधान संस्थान के संयुक्त निदेशक डॉ. जेपी कटारिया, संयुक्त निदेशक शोध डॉ. बीपी मिश्रा, डॉ. त्रिवेणी दत्त, डॉ. बीपी सिंह, डॉ. अनिल कुमार गर्ग आदि मौजूद रहे।