बिना इनरोलमेंट नंबर के नहीं मिलेगी छात्रवृत्ति
जागरण संवाददाता, बरेली : छात्रवृत्ति के लिए अब आधार नंबर के साथ पंजीकरण नंबर भी अनिवार्य कर दिया गया
जागरण संवाददाता, बरेली : छात्रवृत्ति के लिए अब आधार नंबर के साथ पंजीकरण नंबर भी अनिवार्य कर दिया गया है। बिना इनके छात्र को छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी। शासन ने निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने भी सभी कॉलेजों को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं। प्रथम वर्ष के छात्रों को पंजीकरण नंबर देना अनिवार्य नहीं होगा। द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए पंजीकरण नंबर देना अनिवार्य होगा। बिना इसके छात्रवृत्ति जारी नहीं होगी। छात्र एक जुलाई से तीस अगस्त तक छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं कॉलेजों को पंद्रह जुलाई तक मास्टर डाटा ऑनलाइन भेजना होगा। इसमें कोर्स, फीस, ढांचागत सुविधाओं को बताना होगा। पोर्टल पर ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कॉलेज या छात्र फर्जीवाड़ा नहीं कर सकेगा। नवीनीकरण के लिए अर्ह छात्र ही नवीनीकरण के लिए आवेदन कर सकेगा और फ्रेश वाला फ्रेश के लिए।
हजारों छात्र रह जाएंगे छात्रवृत्ति से महरूम
शासन ने इस बार छात्रवृत्ति आवेदन के लिए आधार नंबर के साथ पंजीकरण नंबर अनिवार्य कर दिया है। बीए, बीएससी और बीकॉम के साथ सेमेस्टर कोर्स के हजारों छात्रों को पंजीकरण नंबर जारी नहीं हुए। सेमेस्टर कोर्स के अधिकतर छात्रों को विवि ने पंजीकरण नंबर नहीं दिए। उनको फाइनल ईयर में पंजीकरण दिया जाता है। प्रथम वर्ष के छात्रों को पंजीकरण नंबर देना जरूरी नहीं है, लेकिन द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए पंजीकरण नंबर जरूरी है। ऐसे जिन हजारों छात्रों के पास पंजीकरण नंबर नहीं है उनकी छात्रवृत्ति अटक जाएगी। हालांकि कुलसचिव साहब लाल मौर्या का कहना है कि समस्या है, लेकिन इसका जल्द निस्तारण करा दिया जाएगा। स्नातक के अधिकतर कोर्स के पंजीकरण नंबर इस बार जारी कर दिए जाएंगे। सेमेस्टर कोर्स वाले छात्रों को भी इस बार पंजीकरण नंबर दे दिए जाएंगे।
पढ़ाई छोड़ी तो वापस ले ली जाएगी छात्रवृत्ति
छात्रवृत्ति में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए इस बार शासन काफी गंभीर है। माध्यमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक अगर कोई छात्र पढ़ाई छोड़ता है या वार्षिक परीक्षा में अनुपस्थित रहता है तो उसको प्रदान की गई छात्रवृत्ति वापस ले ली जाएगी। वेटेज भी अभिभावक की आय से नहीं बल्कि वार्षिक परीक्षा में प्राप्तांक से दिया जाएगा। अगर छात्र पढ़ाई छोड़कर दूसरे पाठ्यक्रम में प्रवेश ले लेता है तो नए पाठ्यक्रम के पहले वर्ष में छात्रवृत्ति के लिए अनर्ह होगा। अगर ऑनलाइन पंजीकृत छात्रों के डाटा में कोई गड़बड़ी मिली तो छात्रवृत्ति की राशि वापस ले ली जाएगी। फेल होने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी। शिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य व नोडल अधिकारी का मोबाइल नंबर, ई-मेल, पैन नंबर आधार नंबर, डिजिटल हस्ताक्षर देने होंगे।
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शासन ने इस बार से छात्रवृत्ति आवेदन में आधार नंबर के साथ पंजीकरण नंबर अनिवार्य कर दिया है। बिना इसके छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी। जिन छात्रों के पंजीकरण नंबर नहीं वह तत्काल यूनिवर्सिटी से अपना पंजीकरण नंबर ले लें।
-प्रोफेसर पीबी सिंह, नोडल अधिकारी छात्रवृत्ति रुविवि।