टेलीकॉम कंपनी कापूर्व मैनेजर निकला मास्टर माइंड
जागरण संवाददाता, बरेली : टेलीकॉम कंपनी के मैनेजर अमन अरोरा ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर बहेड़ी के
जागरण संवाददाता, बरेली : टेलीकॉम कंपनी के मैनेजर अमन अरोरा ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर बहेड़ी के पेट्रोल पंप मालिक से 60 लाख की रंगदारी मांगी थी। इसके लिए बहेड़ी के गणेश गेट निवासी अमन अरोरा ने अपने दोस्त अर्जुन के जरिए हल्द्वानी से फर्जी आइडी पर सिम कार्ड 150 रुपये में मंगाया था। मोबाइल उसका दोस्त अर्जुन लेकर आया था। मास्टर माइंड अमन ने रंगदारी के लिए खुद फोन करने के बजाए अपने दोस्त अनिल से कराया। सोमवार को पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके उनकी योजना नाकाम कर दी।
बरेली कॉलेज से बीकॉम करने वाले अमन एक टेलीकॉम कंपनी यूनीनॉर में मैनेजर था। उसके अंडर में बरेली और पीलीभीत में प्रसाद का काम था, लेकिन कुछ महीने पहले उसकी नौकरी छूट गई थी। जिसके बाद वह काम की तलाश में पेट्रोल पंप मालिक संजीव मित्तल के पास पहुंचा था। नौकरी मांगने के बहाने ही उसने पेट्रोल पंप मालिक का नंबर जुटाया। उसी वक्त रुपयों का अंदाजा लगाकर उसने रंगदारी की योजना बनाई। बाद में अपने दो दोस्तों को भी शामिल किया। पेट्रोल पंप मालिक संजीव मित्तल उर्फ गुड्डे पुत्र ओमनाथ निवासी पंजाबी कॉलोनी थाना बहेड़ी के मोबाइल पर बीती 24 मई को रात नौ बजे एक नंबर से फोन आया था, जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी देकर 60 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। इससे परिवार दहशत में आकर घर में कैद हो गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने सोमवार को पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन बदमाशों को सामने लाई। इनमें अमन अरोरा पुत्र सुनील कुमार अरोरा निवासी गणेश गेट चौराहा कस्बा बहेड़ी, अर्जुन उर्फ वीरु पुत्र मुन्ना लाल प्रजापति निवासी मुहल्ला रामलीला कस्बा बहेड़ी और अनिल गंगवार उर्फ छोटा पुत्र स्व. ढाकनलाल निवासी गणेश गेट चौराहा कस्बा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अभियुक्तों से रंगदारी मांगने में प्रयोग हुआ मोबाइल, सिम कार्ड, अर्जुन से एक तमंचा और दो कारतूस बरामद दिखाए हैं।
पांच हजार का मिला ईनाम
पहली टीम बहेड़ी थाना प्रभारी अजय श्रोतिय, कांस्टेबल अवधेश यादव, महावीर सिंह और साजिद खां व दूसरी टीम में चौकी इंचार्ज सलाउद्दीन, कांस्टेबल नीलेंद्र यादव, मुहम्मद उमर और शाहनवाज थे। एसएसपी आरके भारद्वाज ने सिर्फ छह दिन में घटना खोलने के लिए 5 हजार का नकद पुरस्कार टीम को दिया है।
सादी वर्दी में तैनात रखा पुलिसकर्मियों को
खुलासे के बाद व्यापारी ने शुक्रिया अदा करते हुए बताया कि पुलिस ने इतना सपोर्ट किया कि बिना हमें बताए कुछ पुलिसकर्मी 24 घंटा हमारे घर के बाहर तैनात रखे गए। व्यापारी ने बदमाशों को पकड़ने पर टीमों को सम्मानित करने की पेशकश की है।