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भूकंप आएगा तो मजबूती से खड़े रहेंगे मकान

जागरण संवाददाता, बरेली: कोशिश शुरू हो गईं। रंग लाई तो निश्चित भूकंप आने की दशा में मकान मजबूती से खड़

By Edited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 12:59 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 12:59 AM (IST)
भूकंप आएगा तो मजबूती से खड़े रहेंगे मकान

जागरण संवाददाता, बरेली: कोशिश शुरू हो गईं। रंग लाई तो निश्चित भूकंप आने की दशा में मकान मजबूती से खड़े रहेंगे। यह संभव होने जा रहा है, जिले के राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित किए जाने से। दैनिक जागरण, जिला प्रशासन और मारिया डे एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से होने वाले अपनी तरह के इस पहले कार्यक्रम का शुक्रवार को आगाज हुआ डीएम गौरव दयाल ने अर्बन हाट की तीन दिनी कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित करके किया। यहां नई दिल्ली की ग्लोबल एकेडमी आफ पब्लिक सेफ्टी एंड हैबिटेट मैनेजमेंट के विशेषज्ञ आधुनिक विश्वकर्मा तैयार करेंगे।

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इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएम गौरव दयाल ने कहा कि मई में जब नेपाल में भूकंप की त्रासदी आई थी तब दैनिक जागरण ने बड़े पैमाने पर लगातार तीन महीने तक जागरूकता अभियान चलाया था। शुरुआत में जिला प्रशासन को अभियान के इतने ज्यादा सफल होने का अंदाजा नहीं था, मगर स्कूल-कॉलेज, कल-कारखाने, मुहल्ले-वार्ड से लेकर गांवों तक भूकंप से बचने के तरीके बताए गए। इसमें प्रशासन का भी सहयोग रहा था। अब उससे आगे कदम बढ़ाते हुए राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसलिए क्योंकि भूकंप से स्थाई रूप से बचाव का कारगर तरीका है कि अपना मकान भूकंपरोधी हो। ऐसे में राजमिस्त्रियों की ट्रेनिंग इस मुहिम में मील का पत्थर साबित होगी। प्रशिक्षण के बाद राजमिस्त्री तकनीकी रूप से मजबूत भवन बनाकर लोगों का जीवन सुरक्षित करेंगे। लोग गलतफहमी में रहते हैं कि भूकंपरोधी मकानों में बहुत ज्यादा खर्च आएगा। ऐसा नहीं है, भूकंपरोधी मकान बनाने पर ज्यादा से ज्यादा पांच से दस फीसद ही अधिक खर्च होता है। इससे हमारा और आगे की पीढ़ी का जीवन सुरक्षित हो जाता है। बरेली विकास प्राधिकरण के वीसी शशांक विक्रम सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति जीवन की काढ़ी कमाई सपनों का आशियाना बनाने में लगाता है। मगर जागरूकता की कमी के कारण अधिकांश लोग भवन भूकंपरोधी नहीं बनाते। जबकि इसमें सिर्फ तकनीक के इस्तेमाल की जरूरत पड़ती है। राजमिस्त्रियों के प्रशिक्षण का बीड़ा उठाने वाले मारिया डे एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन हाजी शकील कुरैशी ने कहाकि आर्किटेक्ट भले ही भवनों की डिजाइन करें मगर उसे बनाने का काम राजमिस्त्री ही करते हैं। ऐसे में इन हाथों का तकनीकी रूप से दक्ष होना बहुत जरूरी है। अगर पांच सौ राजमिस्त्री प्रशिक्षित हो गए तो उनके हाथों बने भवनों में रहने वाले पांच लाख लोगों का जीवन हम सुरक्षित कर सकते हैं। शकील कुरैशी ने कहा कि तय लिया है कि मरने से पहले बिजनेस में कमाई रकम को समाज पर ही खर्च करके जाऊंगा। जिंदगी का मकसद बना लिया है, दूसरों के काम आना। इससे पूर्व दैनिक जागरण बरेली के मुख्य महाप्रबंधक एएन सिंह ने आधुनिक विश्वकर्मा बनाने के लिए प्रशिक्षण प्रोग्राम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कहा कि दैनिक जागरण पत्रकारिता के साथ अपने सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के लिए हमेशा अग्रणी रहा है। इसी के तहत यह मुहिम चलाई जा रही है। इस मौके पर वरिष्ठ समाचार संपादक प्रदीप शुक्ल, एरिया मैनेजर मार्केटिंग गणेश शर्मा, विवेक रस्तोगी, कपिश ज्वेल्स, अनीस कुरैशी उर्फ मुन्ना, जाहिद आदि मौजूद रहे।

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प्रोजेक्टर से दी जानकारी

आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काम करने वाली ग्लोबल एकेडमी ऑफ पब्लिक सेफ्टी एंड हैबिटेट मैनेजमेंट(गैपसम) नई दिल्ली के सौरभ गौतम ने प्रोजेक्टर के जरिए जोन-4 स्थित बरेली में भूकंप के खतरे के प्रति सभी को आगाह किया। इसके बाद उन्होंने राजमिस्त्रियों को भूकंपरोधी प्रशिक्षण की पूरी रूपरेखा समझाई। कहा कि छह घंटे का एक जागरूकता प्रशिक्षण है, इसके अलावा तीन से पांच दिन और छह से आठ सप्ताह के भी प्रशिक्षण प्रोग्राम चलेंगे।

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पीएमओ से लेकर यूएनओ तक होगा प्रजेंटेशन

ग्लोबल एकेडमी आफ पब्लिक सेफ्टी एंड हैबिटेट मैनेजमेंट के सौरभ गौतम ने बताया कि बरेली में जिला प्रशासन और दैनिक जागरण की ओर से पूरे 83 दिनों तक भूकंप के प्रति जागरूकता और ट्रेनिंग प्रोग्राम हुआ। पूरे देश में अब तक किसी जिले में ऐसी पहल नहीं हुई। बरेली में कराए गए प्रोग्राम की पूरी रिपोर्ट तैयार कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय और यूएनओ तक भेजकर प्रजेंटेशन दिया जाएगा। ताकि बरेली को सूबे और देश का पहला डिजास्टर प्रिपेयर्ड डिस्ट्रिक्ट घोषित किया जाए।

सुबह नौ बजे शुरू होगी ट्रेनिंग

अर्बन हाट में शनिवार को सुबह 9 बजे से ट्रनिंग शुरू होगी। पहले बैच में बीस राजमिस्त्रियों को तीन दिन प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें साइट पर ले जाकर प्रैक्टिकल भी करवाया जाएगा।


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