99 किमी की रफ्तार से दौड़ी सीआरएस स्पेशल
जागरण संवाददाता, बरेली: रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के स्पीड ट्रायल में बरेली-कासगंज ब्राडगेज लगभग प
जागरण संवाददाता, बरेली: रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के स्पीड ट्रायल में बरेली-कासगंज ब्राडगेज लगभग पास हो गया है। हालांकि अभी हरी झंडी के लिए सप्ताह भर का इंतजार और करना पड़ सकता है।
पूर्वोत्तर रेलवे के सीआरएस प्रभात कुमार वाजपेयी मंगलवार सुबह 06.30 बजे जंक्शन से स्पेशल ट्रेन से बदायूं की बितरोई स्टेशन को रवाना हुए थे। बितरोई स्टेशन से 07.30 बजे मोटर ट्राली से निरीक्षण शुरू किया। रेलखंड की सभी 12 स्टेशन, गंगा नदी पर बने कछला रेल पुल और 62 क्रॉसिंग का बारीकी से निरीक्षण कर कर्मचारियों से जानकारी ली। सीआरएस की मोटर ट्राली कासगंज स्टेशन पर दोपहर एक बजे पहुंची। इसके बाद सीआरएस ने स्पेशल ट्रेन से शाम 04.25 बजे स्पीड ट्रायल शुरू किया। स्पेशल ट्रेन रेलखंड के 21 रेल पुलों पर धीमी हुई, लेकिन बाकी ट्रैक पर 99 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। यह स्पेशल ट्रेन शाम 5.35 बजे रामगंगा स्टेशन पर पहुंच गई। सीआरएस ने स्पीड ट्रायल बेहतर बताया, लेकिन ट्रेन कब से चलेंगी, यह सवाल टाल गए। इस मौके पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण एसएल वर्मा, मुख्य इंजीनियर निर्माण राम जनम, मुख्य संरक्षा अधिकारी एनके अंबिकेश, मुख्य प्लानिंग एवं डिजाइन इंजीनियर एसके मिश्र, मंडल रेल प्रबंधक चंद्र मोहन जिंदल, उप मुख्य इंजीनियर निर्माण राजीव अग्रवाल आदि मौजूद थे।
सवालों में उलझे कर्मचारी
सीआरएस ने मोटर ट्राली से निरीक्षण करते वक्त क्रॉसिंग के गेटमैन से संरक्षा से जुड़े सवाल किए। इसमें कई गेटमैन जवाब नहीं दे सका, लेकिन कासगंज के स्टेशन मास्टर एके सिंह ने सभी सवालों के बेहतर जवाब दिए।
.तो पूरा हो जाएगा ख्वाब
एनईआर के बरेली-कासगंज मीटरगेज को पहाड़ से दक्षिण भारत के बीच ट्रेन चलाने के मकसद से ब्राडगेज में परिवर्तित किया गया था, लेकिन 104 किमी लंबा रेलखंड 10 साल बाद ब्राडगेज हो सका। इसके साथ ही सीआरएस के इंतजार में 14 महीने गुजर गए। मंगलवार को सीआरएस निरीक्षण पूरा हो गया। इससे जल्द ही ख्वाब पूरा होने की उम्मीद है। बरेली-कासगंज के लिए 10 ट्रेनों का एलान पहले ही हो चुका है। इसमें से दो बरेली-कासगंज, दो बदायूं-कासगंज और रामगंगा-आगरा के बीच आगरा फोर्ट चलेगी।