शहर में बिक रहा सिंथेटिक दूध, चार नमूने लिए
-खाद्य विभाग की टीम को हुआ था शक, ग्रीन पार्क के सामने लिए नमूने -टीम ने दूधियों से की पूछताछ, कहा
-खाद्य विभाग की टीम को हुआ था शक, ग्रीन पार्क के सामने लिए नमूने
-टीम ने दूधियों से की पूछताछ, कहा नमूने फेल आने पर कार्रवाई तय
जागरण संवाददाता, बरेली : शहर में बड़े स्तर पर लोगों को सिंथेटिक दूध सप्लाई हो रहा है। तमाम शिकायतें मिलने के बाद जिला प्रशासन ने खाद्य विभाग को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसी के अंतर्गत मंगलवार को खाद्य विभाग की टीम ने चार दूधियों से नमूने लिए। साथ ही गहन पूछताछ की गई। प्रथम दृष्टया दूध में चिकनाई कम पाई गई है। नमूने जांच को भेजे गए हैं। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजय जायसवाल के नेतृत्व में टीम ने ग्रीन पार्क क्षेत्र में अभियान चलाया। ग्रीन पार्क के सामने तमाम दूधिये विभिन्न इलाकों से आकर दूध बेचते हैं। टीम यहां पहुंची तो कई दूधिये भाग निकले। इस दौरान बिथरी चैनपुर ब्लाक के उगनापुर गांव निवासी प्रेमसिंह, भुता ब्लाक के गांव शहरापुर के देवदत्त, नवाबगंज ब्लाक के गांव जाधोपुर के राजवीर व बिथरी क्षेत्र के गांव कचोनी निवासी शिवकुमार के कैन से चार दूध के नमूने लिए। इस दौरान टीम ने दूध हाथ में लेकर देखा। पाया कि चिकनाई कम है। टीम ने कहा कि यदि गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी।
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धड़ल्ले से हो रही है मिलावट
खाद्य सुरक्षा विभाग के जिम्मेदार लोग माह में एक-दो बार अभियान चलाकर कागजों का पेट भर रहे हैं। हर दिन मिठाई, दूध, पनीर व अन्य खाद्य पदार्थो में बड़े पैमाने पर मिलावट हो रही है। फरीदपुर, क्यारा व नवाबगंज क्षेत्र में बड़े स्तर पर सिंथेटिक दूध बन रहा है जो बाजार में सप्लाई हो रहा है। इसमें यूरिया व डिटरजेंट पाउडर आदि मिलाया जा रहा है बावजूद इसके अधिकारी कार्रवाई अमल में नहीं ला रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि शहर के बड़े मिलावटखोरों पर कार्रवाई करने से अफसर भी बच रहे हैं।