जाम लगाने वाले दो दर्जन संविदाकर्मियों पर मुकदमा
जागरण संवाददाता, बरेली : पुलिस ने रोडवेज के दो दर्जन अज्ञात संविदा कर्मियों के खिलाफ सड़क अवरूद्ध करन
जागरण संवाददाता, बरेली : पुलिस ने रोडवेज के दो दर्जन अज्ञात संविदा कर्मियों के खिलाफ सड़क अवरूद्ध करने तथा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने की रिपोर्ट दर्ज की है। इन लोगों ने पुराना रोडवेज बस अड्डा पर सिपाही की कथित बहन के साथ छेड़छाड़ और कपड़े फाड़ने के मामले में संविदा कर्मियों की गिरफ्तारी के बाद सड़क जाम और हंगामा किया था। कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की है।
कोतवाली में तैनात सिपाही की कथित बहन मंगलवार सुबह अमरोहा में अपने गांव जाने के लिए पुराना रोडवेज बस अड्डा पहुंची थी। वहां वह बस का इंतजार कर रही थी तभी नेपाल सिंह नामक संविदा कंडक्टर ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। महिला ने विरोध करते हुए कंडक्टर को थप्पड़ जड़ दिया था, जिससे बौखलाए कंडक्टर ने महिला के कपड़े फाड़ दिया था। इसके बाद सिपाही पहुंचा तो कंडक्टर ने साथियों के साथ उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद कोतवाली पुलिस पहुंची थी तो तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के बाद रोडवेज के संविदाकर्मियों ने बस अड्डा के सामने ही बसें खड़ी कर सड़क पर जाम लगा दिया था। पुलिस ने रोडवेज के अफसरों के कहने पर गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छोड़ तो दिया था, मगर नेपाल सिंह समेत चार कर्मियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा भी कायम कर लिया था। बुधवार को इस मामले में चीता मोबाइल के सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने दो दर्जन अज्ञात संविदा कर्मियों के खिलाफ सड़क अवरूद्ध करने तथा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने की भी रिपोर्ट दर्ज कर ली। इंस्पेक्टर कोतवाली अनिल समानिया ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई स्थानों पर दबिश भी दी, मगर वे फरार हैं।
----------------
रोडवेज बस अड्डा पर महिला के साथ छेड़छाड़ के बाद सड़क जाम करने के मामले में भी मुकदमा कायम करा दिया गया है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-राजीव मल्होत्रा, एसपी सिटी
कौन थी महिला, हो रही जांच
बरेली : बस अड्डा पर जिस महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना हुई थी, वह कौन थी। खुद को वह सिपाही की बहन बता रही थी। यही नहीं सिपाही भी उसे अपनी बहन बता रहा था। मगर अब रोडवेज के कर्मचारियों ने दावा किया है कि वह महिला सिपाही की बहन थी, क्योंकि दोनों के पिता के नाम अलग हैं। इस मामले में कोतवाली इंस्पेक्टर अनिल समानिया का कहना है कि भले ही वह महिला सिपाही की चचेरी बहन हो मगर बस अड्डा जैसे सार्वजनिक स्थान पर छेड़छाड़ की घटना गंभीर है और इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।