हथियारबंद नकाबपोश बदमाशों ने फैक्ट्री में डाला डाका
जागरण संवाददाता, बरेली : सीबीगंज थाने के औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक फैक्ट्री में रविवार रात हथियारों से लैस आधा दर्जन से अधिक नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोल दिया। गेट पर सो रहे फैक्ट्री मालिक के रिश्तेदार को आरोपियों ने बंधक बना लिया। इसके बाद परिसर में ही रह रहे फैक्ट्री मालिक के आवास पहुंचे। यहां पर गेट न खोलने पर डकैतों ने दरवाजे को तोड़ दिया और अंदर घुस आए। इसके बाद डकैतों ने सभी की जमकर पिटाई की। इसके बाद घर से लाखों की नकदी और जेवर लेकर फरार हो गए।
औद्योगिक क्षेत्र के रोड नंबर तीन के पास एमपी एंड कंपनी के नाम से फूड फ्लेवर तैयार करने की कंपनी है। रात करीब एक बजे आठ-दस हथियारबंद बदमाश फैक्ट्री का गेट पार कर फैक्ट्री मालिक एमपी सिंह के भांजे शैलेंद्र सिंह को कब्जे में ले लिया। मारपीट कर उससे कैश व जेवर आदि के बारे में पूछा, नहीं बताने पर बदमाशों ने उसके कपड़ों से उसे बांध दिया और परिसर में ही रह रहे एमपी सिंह के मकान में पहुंच गए। गेट खटखटाने पर भी जब नहीं खोला तो डकैतों ने दरवाजा तोड़ दिया। इसके बाद एमपी सिंह और उनकी पत्नी मैथिली सिंह के साथ मारपीट की। मारपीट से एमपी सिंह को काफी चोट लग गई और वे लहुलूहान हो गए। उनकी हालत देखकर पत्नी ने बदमाशों को नकदी और जेवर की जानकारी दे दी। करीब एक घंटे तक आंतक मचाने के बाद आरोपी अलमारी में रखे लाखों की नकदी और जेवर लेकर फरार हो गए।
-बजती रही घंटी नहीं उठाया फोन -
रात दो बजे से ढ़ाई बजे के बीच एमपी सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम के सौ नंबर पर दर्जनों बार कॉल की। घंटी बजती रही, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद करीब चार सौ मीटर दूर स्थित पुलिस चौकी पर घटना की जानकारी दी गई। आरोप है कि ढ़ाई बजे जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस चौकी से कोई तत्परता नहीं दिखाई गई। करीब साढ़े तीन बजे सीओ द्वितीय हेमंत कुटियाल, थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार कौशल आदि ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी की।
-मामला संदिग्ध, करीबियों पर संदेह -
पुलिस की माने तो पीड़ित की ओर से शुरुआती शिकायत में महज तीन-चार लोगों द्वारा चाकू, लाठी-डंडों के दम पर बंधक बनाने की बात कही गई। इसके महज कुछ घंटों बाद ही आठ-दस डकैतों की बात कही जाने लगी। इतना ही नहीं दो नाली बंदूक भी होने की शिकायत की गई। वहीं पुलिस को फैक्ट्री मालिक एमपी सिंह के एक रिश्तेदार की भी भूमिका संदेहात्मक लग रही है। घटना की जानकारी मिलने पर इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से भारत भूषण शील, घनश्याम खंडेलवाल, तनुज भसीन, सुरेश सुंदरानी, मनोहर लाल आदि भी पीड़ित के घर पहुंचे।
-वरिष्ठ नागरिक और इतनी बड़ी चूक -
वरिष्ठ नागरिक एमपी सिंह ने बड़ी चूक की थी। सीओ द्वितीय की माने तो उनके आवास की चारदीवारी महज चार फिट ऊंची थी। रात में कोई गार्ड या चौकीदार भी तैनात नहीं था। इसके साथ ही घर में सुरक्षा के लिहाज से कई अन्य कमियां थी। वरिष्ठ नागरिकों के संबंध में उनकी जानकारी भी संबंधित चौकी और थाने पर नहीं थी।
-वर्जन -
प्रथम दृष्टया मामला चोरी का लग रहा है। उन्होंने पहली बार दी गई सूचना में महज तीन-चार लोगों की बात कही, लेकिन बाद में आठ-दस डकैतों की बात कहने लगे। हमारी टीम जांच कर रही है। कुछ लोग संदेह के घेरे में है। जल्द ही घटनाक्रम की असल जानकारी सामने लाई जाएगी।
-हेमंत कुटियाल, सीओ द्वितीय