धोपेश्वर नाथ मंदिर में चलीं गोलियां, मची भगदड़
जागरण संवाददाता, बरेली: एक न्यायायिक अधिकारी के गनर की कारबाइन से मंदिर परिसर में गोलियां चलने से भक्तों में भगदड़ और चीख पुकार मच गई। वहीं गोलियों के जमीन से टकराने के बाद उछले पत्थरों की चपेट में आने से दो मासूम मामूली रूप से घायल हो गए। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
रविवार सुबह कैंट स्थित धोपेश्वर नाथ मंदिर में प्रसाद वितरण हो रहा था। इसी बीच एक न्यायिक अधिकारी दर्शन करने के लिए मंदिर के अंदर चले गए, जबकि उनका गनर बाहर परिसर में ही खड़ा रहा। इसी दौरान अचानक गनर की कारबाइन से गोलियां चल गईं। गोलियों के जमीन से टकराने से पत्थर के टुकड़े हवा में उछले आौर यादव मुहल्ला सदर कैंट निवासी पिंकी (5) व तनु (6) के पैर में जा लगे। मासूमों के पैरों से खून निकलता देख मौके पर भगदड़ मच गई। गोलियों की आवाज सुनकर मंदिर गेट पर तैनात कैंट इंस्पेक्टर मौके पर गए और घायलों को तुरंत निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। थोड़ी ही देर बाद मासूमों के परिजन भी आ गए। करीब तीन घंटे बाद दोनों मासूमों को अस्पताल से छुंट्टी दे दी गई।
लापरवाही की होगी जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए कैंट पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर गनर ने इतनी बड़ी लापरवाही कैसे की, उससे गोलियां कैसे चल गईं। जांच रिपोर्ट आने के बाद इसे आला अधिकारियों के पास भेजा जाएगा। इसकी एक प्रति न्यायाधीश को भी दी जाएगी।
बाल-बाल बचे लोग
अगर गोलियां जमीन की तरफ चलने के बजाए सामने की तरफ चल गईं होती तो बड़ा हादसा हो सकता था और कई लोग घायल हो सकते थे। इस घटना के बाद पुलिस प्रयास करने में जुट गई है कि कोई भी व्यक्ति (गनर आदि) हथियार लेकर मंदिर के अंदर न जाने पाए।
वर्जन
दोनों मासूमों को मामूली रूप से चोट आई थी। उनके परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। इसके बावजूद जांच शुरू हो गई है। अगर गनर दोषी साबित होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-देवराज राठी, कैंट इंस्पेक्टर