निगम करा रहा है टाइल्स की गुणवत्ता जांच
जागरण संवाददाता, बरेली: टाइल्स सड़क की गुणवत्ता जांच में निगम सिर्फ टाइल्स की क्षमता चेक कर रहा है, जबकि शासन की टीम टाइल्स की क्षमता की जांच के साथ ही सड़क का बेस और अभिलेख भी खंगालेगी। इससे सड़क बनाने वाले ठेकेदारों में हड़कंप है। वह लोग निगम की जांच पर अंगुली उठा रहे हैं, इसलिए उन्होंने जांच पीडब्ल्यूडी से कराने की मांग की हैं।
शासन की ओर से फरमान मार्च माह में आया, लेकिन निगम प्रशासन ने टाइल्स सड़क की जांच पहले से ही शुरू करा दी थी। इसके लिए जनता के साथ ही महापौर डॉ. आइएस तोमर ने भी लिखा था। टाइल्स की गुणवत्ता परखने के लिए उन्होंने निगम प्रशासन को नई इलेक्ट्रानिक मशीन की खरीदवाई, जिससे जांच में सड़कों का वास्तविक सच सामने आ सके, लेकिन निगम अभी तक बनी सभी सड़कों की जांच पूरी नहीं कर सका है। सड़कों की गुणवत्ता को लेकर महापौर ने कड़ा रूख अपनाया है। ठेकेदारों ने काम बंद कर निगम पर दवाब भी बनाना चाहा, लेकिन निगम अधिकारियों ने जांच जारी रखी है। अब शासन की टीम आने की सूचना ठेकेदार दुविधा में है, इसलिए वह निगम की जांच पर अंगुली पर उठा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि टाइल्स सड़क निर्माण के मामले में ठेकेदार हाईकोर्ट की शरण लेने पर भी विचार कर रहे हैं। इससे इनके निर्माण पर स्टे आर्डर लाया जा सके। इसके लिए उन्होंने प्रयास भी शुरू कर दिए हैं।
सड़क की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
डॉ. आइएस तोमर, महापौर।