'मै बिन गुरु वेखे नींद न आवे,
बाराबंकी : श्री गुरु ¨सह सभा लाजपत नगर में रविवार को विश्व शान्ति एवं सदभाव भाईचारा कायम रखने के उद
बाराबंकी : श्री गुरु ¨सह सभा लाजपत नगर में रविवार को विश्व शान्ति एवं सदभाव भाईचारा कायम रखने के उद्देश्य के तहत अखंड पाठ की समाप्ति पर कीर्तन का आयोजन किया गया। दोपहर आयोजित लंगर में सभी वर्ग के लोग शामिल हुए।
आयोजन सरदार रतन ¨सह द्वारा गुरुद्वारा परिसर मे किया गया। अखंड पाठ की शुरुआत शुक्रवार को गुरुमुख परिवार के आवास पर हुई थी। रविवार को अखंड पाठ की समाप्ति के दौरान गुरुद्वारा परिसर में कीर्तन का आयोजन किया गया। जिसमें रायबरेली से आये ज्ञानी राजवीर ¨सह (ऊना साहिब) द्वारा 'मै बिन गुरु वेखे नींद न आवे, आवे हर-हर दया करो, 'मुख मोहे तू न विसार तू न विसरे राम मैय्या, 'सो क्यू विसरे जे जीवन जीवे, सो क्यू विसरे जिन सब दीआ, 'सो सतगुरु प्यारा मेरे नाल है जिते किते लेह मैनू लै छडाई, आदि शब्द कीर्तन का गायन कर साध-संगत को गुरु चरणों के साथ जोड़ा गया। अरदास के उपरान्त गुरु का लंगर वितरित हुआ। सभी धर्माे के लोगो ने एक पंक्ति मे बैठकर गुरु का लंगर ग्रहण किया। इस मौके पर सरदार गुनवन्त ¨सह, समाजसेवी सरदार जगजीत ¨सह, व्यापारी नेता सरदार चरनजीत ¨सह, आदर्श व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव गुप्ता बब्बी, व्यापार मंडल महामंत्री रविनन खजांची, व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष कपिल जायसवाल, सरदार ¨रकल अरोड़ा, सरदार रविन्दर पाल ¨सह, अंकित वैश्य, सरदार भूपिन्दर पाल ¨सह, परमजीत ¨सह विक्की, जसबीर ¨सह विक्की, सरदार मनमीत ¨सह मोनू, सुशील गुप्ता रसौली, संदीप गुप्ता ¨पकी, चरनजीत गाबा, प्रेमपाल ¨सह सलूजा, सरदार मोहन ¨सह, सरदार हरपाल ¨सह, सरदार रणबीर ¨सह, श्याम मोहन वैश्य, जितेन्द्र उपाध्याय, सरदार जसमीत ¨सह सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।