सुब्रत नाथ के पंचकल्याणक महोत्सव की भव्य तैयारी
जागरण संवाददाता, बाराबंकी: मुनि सुब्रत नाथ भगवान के पंचकल्याणक महोत्सव की भव्य तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, बाराबंकी: मुनि सुब्रत नाथ भगवान के पंचकल्याणक महोत्सव की भव्य तैयारी की जा रही है। इस दिशा में सकल दिगंबर जैन समाज ने शुक्रवार को ईशान इंद्र-इंद्राणी प्रमोद कुमार धनावत व रेखा धनावत के यहां मंगलाचरण किया। उनका तिलक कर उन्हें पंचकल्याणक के वस्त्र भेंट किए गए।
मुनि श्री सौरभ सागर के सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम के लिए प्रभु का भव्य दरबार सजाया गया। कीर्तन-संकीर्तन करते हुए प्रभु व मुनिश्री के चरणों में भजन प्रस्तुत किए गए। गीत-संगीत में घर-घर हो रही जय-जयकार गुरुवर तेरे आने से, गुरुवर की लीला है अपरंपार जैसे मनमोहक गीत गाए गए। ढोल नगाड़ों की धुन पर सभी कृत्य कर रहे थे। इस अवसर पर मुनिश्री सौरभ सागर ने कहा कि भावना ही भव का नाश करती है। जैसे जिसके भाव होंगे उसको वैसा ही भाव प्राप्त होगा। अच्छे भाव अगर अंत समय में होते हैं तो अगला भव निश्चित ही सुधर जाएगा। पश्चाताप का भाव भी आपको सुख दे सकता है। याद रखना जीवन भर तुम कुछ भी करो परंतु अपने अंत समय में त्याग व तप को अगर अपना लेता है तो उसके पाप कर्म का नाश हो जाएगा और उसके सदगति प्राप्त होगी। इस अवसर पर प्रमोद धनावत, संजय धनावत, आनंद जैन, शेखर जैन, निर्मल जैन, अशोक जैन, दीपक जैन, आशीष जैन, जूही जैन, प्रीति जैन सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित थे।