गुरु चरणों में नतमस्तक हो शिष्यों ने मांगा आशीर्वाद
बाराबंकी : शनिवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। यज्ञ एवं पूजन कार्यक्रम आयोजित हुए।
नगर के गायत्री शक्ति पीठ परिसर में पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के सैकड़ों पीत वस्त्रधारी श्रद्धालुओं ने यज्ञ एवं पूजन के साथ गुरु पर्व मनाया। इस मौके पर नवयुग अवतरण हेतु योजनाओं का निर्धारण किया गया। तथा अधिक से अधिक लोगों को सामूहिक गायत्री उपासना से जोड़ने का संकल्प लिया। गायत्री परिवार संगठन को विस्तार देने के लिए सभी क्षेत्रों में प्रज्ञा, महिला मंडलों के गठन एवं निर्धारित गतिविधियों को संचालित कराने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने का संकल्प लिया। हवन पूजन कार्यक्रम में गायत्री शक्ति पीठ के व्यवस्थापक सीपी श्रीवास्तव, एपी शर्मा, फतेहबहादुर वर्मा, रमाकांत मिश्र, राजेंद्र प्रसाद शर्मा, सुरेश चंद्र अग्निहोत्री, सतीश चंद्र अग्निहोत्री, अखिलेश पांडे, रामचंद्र वर्मा, अजय श्रीवास्तव, रामशंकर गुप्ता, आरपी सिंह, अजय श्रीवास्तव, शांति दीक्षित, कुसुम मिश्रा, गिरीश शर्मा, ज्ञानवती वर्मा, रेशमकली सिंह, फूल कुमारी वर्मा, केश कुमारी सिंह, सीके शर्मा सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। सरावगी स्थित सांई दरबार में गुरु पूर्णिमा का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। सुबह साढ़े चार बजे काकड़ आरती में बाबा का अभिषेक हुआ। फिर मनोकामना सिद्ध यज्ञ हुआ। तथा रात्रि में शेज आरती में बाबा को छप्पन भोग लगाया गया। श्रद्धालु शिव कुमार गुप्ता, मनोज गुप्ता गोविंदा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। सिरौलीगौसपुर संवादसूत्र के अनुसार महंत नीरजदास के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने दीक्षा ग्रहण की। बाबा जगजीवन दास की समाधि स्थल पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर माथा टेका। बाबा नारायण दास की तपोस्थली हेतमापुर में भी श्रद्धालु पहुंचे। माथा टेका। हैदरगढ़ संवादसूत्र के अनुसार गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर स्थानीय गायत्री शक्ति पीठ पर आयोजित पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ में दीक्षा संस्कार, नामकरण संस्कार महिला मंडल द्वारा संपन्न कराया गया। पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ में नगर व पास पड़ोस के ग्रामों से बड़ी संख्या में पीतांबर वस्त्र धारण कर आई महिलाएं व पुरुष यज्ञ में शामिल हुए। यज्ञ संपन्न हो जाने के बाद आयोजित गोष्ठी में प्रमुख ट्रस्टी मिथलेश कुमारी श्रीवास्तव व हरिचरण लाल ने गुरू की महत्ता पर प्रकाश डालते हुएकहा कि बगैर गुरू ज्ञान के सदमार्ग पर चल पाना असंभव है। बगैर गुरु के व्यक्ति अपूर्ण हैं। सच्चा गुरु ही सदभाव देने में सक्षम हैं। प्रज्ञा मंडल का गठन व गांव-गांव संचालन तथा दायित्व सौंपे जाने पर चर्चा हुई। बैठक में परिचालक सुनील कुमार, विजय लक्ष्मी द्विवेदी, किरन तिवारी, नीरा गुप्ता, भगवान देयी, मानिकी मिश्रा, राजलक्ष्मी वर्मा, नीलम रानी सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए। गुरु शिष्य परंपरा को बनाए रखने के लिए बाबा प्रेमदास कुटी पर गुरु पूर्णिमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। महंत लालता दास की गुरु के रूप में उनके सैकड़ों शिष्यों ने आरती उतारी, चरणों में माथा टेककर गुरु का आर्शीवाद प्राप्त किया। इस मौके पर आयोजित भंडारा में शिष्यों ने प्रसाद ग्रहण किया। नगर के अलावा पड़ोसी जिले अमेठी, सुल्तानपुर, रायबरेली, लखनऊ आदि स्थानों से काफी संख्या में आए शिष्यों ने भागीदारी की। आयोजन में राकेश कुमार सिंह, कृपया नंद मिश्र, संकटा प्रसाद मौजूद रहे। रामनगर संवादसूत्र के अनुसार गुरु पूर्णिमा पर्व पर लोधेश्वर महादेवा में पं. प्रभाशंकर शास्त्री द्वारा भंडारा किया गया। रामनगर डिग्री कॉलेज के सामने रामजानकी मंदिर व पंचमुखी हनुमान मंदिर पर श्रीराम कथा के साथ भंडारा चला। दिन भर महंत विशंभर दास द्वारा चलाए गए भंडारा में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।