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तमिलनाडु के पटाखे लगाएंगे चाइनीज पटाखों में पलीता

बाराबंकी : चाइनीज पटाखों को शिवाकाशी की आतिशबाजी फुस्स करेगी। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित श

By Edited By: Published: Mon, 24 Oct 2016 11:34 PM (IST)Updated: Mon, 24 Oct 2016 11:34 PM (IST)
तमिलनाडु के पटाखे लगाएंगे चाइनीज पटाखों में पलीता

बाराबंकी : चाइनीज पटाखों को शिवाकाशी की आतिशबाजी फुस्स करेगी। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित शिवाकाशी से कई व्यापारी पटाखे ला भी चुके हैं। कई पटाखा व्यापारी जो चाइनीज पटाखों की बिक्री करते थे लेकिन देशहित में उनका बहिष्कार कर दिया है। पटाखा बाजार में चाइनीज पटाखों की धूम रहती थी लेकिन इस बार व्यापारियों से लेकर उपभोक्ता सभी इसे ठेंगा दिखा रहे हैं। हालांकि इससे पटाखा बाजार में कुछ तेजी आने की संभावना अवश्य जताई जा रही है। व्यापारियों और कारीगरों ने भी इस बार चाइनीज पटाखों को ठेंगा दिखाने की बात कही है।

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बाजार में नहीं होंगे चाइनीज पटाखे : शहर में लगने वाले पटाखा बाजार के संरक्षक राजीव गुप्ता उर्फ बब्बी कहते हैं कि चाइनीज पटाखा बाजार में नहीं रहेंगे। इस बाद तमिलनाडू की राजधानी चेन्नई में स्थित शिवाकाशी के सुप्रसिद्ध आतिशबाजी बाजार में उपलब्ध रहेंगे। यहां बने पटाखे पूरे देश में सप्लाई होते हैं। हालांकि जिन व्यापारियों ने पहले से पटाखे खरीद लिए हैं उन्हें इस बार बेचा जाएगा। अगले वर्ष से पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

चाइनीज पटाखों को पटखनी : पटाखा व्यापारी नवनीत निगम बताते हैं कि वह शिवाकाशी से पटाखे ले भी आए हैं। चाइनीज पटाखों को आतिशबाजी पटखनी देने के लिए काफी है। इसके साथ ही जिले में बनने वाले पटाखों का बाजार भी बढ़ेगा।

बुलंद होगी जैदपुर के गोले की आवाज : आतिशबाज मोहम्मद जावेद बताते हैं कि जैदपुर के सभी आतिशबाज चाइनीज पटाखों का पूर्ण रूप से बहिष्कार कर रहे हैं। इससे हमारे कारोबार का भी इजाफा होगा। वहीं जैदपुर के गोलों की आवाज और बुलंद होगी। स्थानीय उत्पाद के साथ-साथ यहां सहारनपुर से भी आतिशबाजी लाई जाएगी जो यहां के बाजार में बेची जाएगी।

अनार का रंग होगा और चटक : जैदपुर के आतिशबाज सरताज बताते हैं कि हमारे यहां मुख्य रूप से मेहताब, अनार और तेज ध्वनि वाले गोलों को उत्पादन होता है। चाइनीज पटाखों का बहिष्कार करने से जैदपुर के अनार की मांग और बढ़ेगी। इसलिए इस वर्ष अनाज का रंग और चटक करने के लिए विशेष अनार बनाए जा रहे हैं।

महंगी हो सकती है आतिशबाजी : आतिशबाज कदीर कहते हैं कि चाइनीज पटाखों की कीमत स्थानीय बाजार की तुलना में कम होती है। इस वर्ष यहां चाइनीज पटाखे नहीं होंगे जिसे स्थानीय उत्पाद, शिवाकाशी और सहारनपुर के आतिशबाजी कुछ महंगी होगी।


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