सचित्र-तमगा मिला पर नहीं बन सका 'आदर्श'
बाराबंकी : सांसद प्रियंका ¨सह रावत के गोद लिए गांव सिद्धौर ब्लॉक के बुधनई को आदर्श गांव का तमगा तो म
बाराबंकी : सांसद प्रियंका ¨सह रावत के गोद लिए गांव सिद्धौर ब्लॉक के बुधनई को आदर्श गांव का तमगा तो मिल गया मगर गांव अभी तक किसी भी ²ष्टि से आदर्श नहीं बन सका।
करीब तीन सौ शौचालय बने हैं फिर भी खुले में शौच की आदत अभी नहीं छूटी। खुले में शौच से होने वाली गंदगी का नजारा ग्राम सचिवालय को जाने वाले गलियारे पर चलकर देखा जा सकता है। जिला मुख्यालय से करीब 28 किलोमीटर दूर हैदरगढ़ मार्ग से बुधनई जाने के लिए बनी सड़क की मरम्मत आदर्श गांव योजना में चयन के बाद कराई गई। प्राथमिक विद्यालय तक सड़क बनी है इसके आगे खड़ंजा है। सड़क के किनारे पौधे लगाए गए थे जिसमें से 50 फीसदी पौधे बृक्ष का स्वरूप ले रहे हैं। गांव के शुरू में बने फूलमती के घर के सामने से स्कूल के सामने तालाब तक नाली न होने से घरों का पानी सड़क पर बहने से कीचड़ फैला रहता है। इसके आगे खड़ंजे के दोनों तरफ की नालियां पटी पड़ी हैं। जिसे देखकर पता चल जाता है कि सफाईकर्मी नियमित नहीं आता। गांव के मध्य कच्चे, छप्पर व तिरपाल वाले घर हैं जिनमें अधिकांश के सामने शौचालय तो बने हैं पर बरसात में रात गुजारनी मुश्किल है। वारिस अली का घर तिरपाल की छत से बना हुआ है। उसी के सामने शौचालय है। इस्लामुद्दीन ने कहा कि उसे शौचालय भी नहीं मिला। दयाराम के घर के सामने रास्ते पर कीचड़ होने से आवागमन में परेशानी होती है। गांव के अंदर की अधिकांश गलियों में खड़ंजा भी नहीं लगा है।
राशन से हुई वंचित : वृद्धा रामकली, शिवरानी व शशिबाला आदि ने बताया कि खाद्य सुरक्षा मिशन की पात्रता सूची से उनका नाम काट दिए जाने से राशन मिलना बंद हो गया है।
नहीं खुली बैंक : बनवारीलाल ने कहा कि सांसद ने पहली बैठक में कहा था कि गांव में बैंक खुलेगी, स्टेडियम बनेगा, पानी की टंकी बनवाकर घर-घर पानी पहुंचाया जाएगा। इंटर कॉलेज भी खुलेगा मगर अभी तक सिर्फ शौचालय बने हैं।
शुरू हुई केला की खेती
बाराबंकी : बुधनई में उद्यान विभाग ने केला की खेती शुरू कराई है। इंद्रनाथ गुप्ता, हरवादीन व राजन गुप्ता ने की केला की फसल अगले महीने तक तैयार हो जाएगी। इंद्रनाथ की पत्नी सुनीता केला की घार में नीचे के फल तोड़ती मिली। उसने उद्यान विभाग ने फसल लगाने के लिए अनुदान भी दिया है।
बोलीं सांसद
आदर्श ग्राम में प्रदेश सरकार को ही विकास कार्य कराने हैं। प्रदेश सरकार नहीं चाहती है कि अच्छा काम हो। जिले के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। मेरी पूरी कोशिश है कि विकास कार्य हों।
प्रियंका ¨सह रावत, सांसद (भाजपा) बाराबंकी