कुछ खंभे गड़े, कुछ में तार ¨खचा लेकिन नहीं आई बिजली
बाराबंकी : राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना कार्यदायी संस्था की लापरवाही की शिकार हो गई है। गां
बाराबंकी : राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना कार्यदायी संस्था की लापरवाही की शिकार हो गई है। गांवों में वर्षों से विद्युतीकरण कार्य हो रहा है लेकिन किसी गांव में अब तक बिजली नहीं आई। गांव वाले सालों से गांव में बिजली आने की राह देख रहे हैं।विकास खंड बनीकोडर अंतर्गत ग्राम इब्राहिमाबाद में पिछले एक वर्ष से विद्युतीकरण कार्य चल रहा है। कुछ पोल गाड़ दिए गए। कुछ अभी पड़े-पड़े मिट्टी से पट गए हैं। इसी तरह कुछ पोलों में तार खींच दिया गया। कुछ ऐसे ही खड़े हैं। कहीं -कहीं तो पोल पर ट्रासंफार्मर भी रख दिए गए हैं। कार्य पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है और कार्य करने वाले लापता हैं। गांव के पूर्व प्रधान दुर्गाबख्श ¨सह, गंगाबख्श ¨सह बताते हैं कि वह लोग एक साल से बिजली आने की राह देख रहे हैं। इसी तरह दूलमपुरवा में पोल एक वर्ष से लाकर डाल दिए गए हैं ¨कतु आज तक उन्हें खड़ा करके उनमें तार नहीं खींचा जा सका है। गांव के सूरजमणि पांडे, राजेश, रमादत्त बताते हैं कि जब से पोल लाकर डाल दिए गए हैं। तबसे इनका कोई पुरसाहाल नहीं है। पोल आने के बाद कोई भी व्यक्ति गांव नहीं पहुंचा है और गांव वाले उनके आने की राह देख रहे हैं। इसी विकास खंड के ग्राम दयारामपुरवा में एक वर्ष पूर्व पोल खड़े कर दिए गए हैं ¨कतु आज तक कोई उनमें तार खींचने नहीं आया। गांव वाले विद्युतीकरण करने वालों के पुन: गांव आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। गांव के सुरेश, ज्वाला प्रसाद, गया प्रसाद, ननकऊ आदि बताते हैं कि एक बार पोल गाड़ने आए थे। तबसे वापस नहीं लौटे हैं। कमोबेश यही स्थिति खालेपुरवा की है और यहां पर भी अरसा दो वर्ष पहले खड़े कर दिए गए हैं लेकिन उनमें तार खींचने वाला आज तक कोई नहीं आया है।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता रामशब्द बताते हैं कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का कार्य कार्यदायी संस्था कर रही है। जब यह विद्युतीकरण कार्य पूरा करके उन्हें स्थानांतरित कर देते हैं। तब उसकी देखभाल वह करते हैं। उन्होंने कहा कि वह इस संबंध में कार्यदायी संस्था से बात करेंगे।