'खुले में शौच कर जोखिम में न डालें जान'
सूरतगंज (बाराबंकी) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत कलाकारों ने चंदूरा गांव में नुक्कड़ नाटक के जरिए ग्रामी
सूरतगंज (बाराबंकी) : स्वच्छ भारत मिशन के तहत कलाकारों ने चंदूरा गांव में नुक्कड़ नाटक के जरिए ग्रामीणों को खुले में शौच न करने के लिए जागरूक किया। नाटक के जरिए खुले में शौच करने के दौरान होने वाले कुप्रभावों से भी अवगत कराया। सूरतगंज विकास खंड के डॉ. राममनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के तहत चयनित चंदूरा गांव में निर्मल भारत अभियान के तहत कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। यह कलाकार भी कहीं बाहर के नहीं बल्कि विकास खंड क्षेत्र के सफाईकर्मी थे।
नुक्कड़ नाटक के प्रथम ²श्य में गांव में अधिकारी पहुंचते हैं। लोगों से खुले में शौच न जाने की अपील करते हैं। लोगों को गांव में साफ-सफाई रखने के बारे में भी बताते हैं। दूसरे ²श्य में गांव के कुछ लोग खुले में शौच करने जाते हैं। उसी समय उन्हें विषैला जंतु काट लेता है। इस पर उसे वैद्य के पास झाड़-फूंक करवाने ले जाते हैं। सुधार न होने पर डॉक्टर के पास ले जाते हैं। किसी तरह युवक की ¨जदगी बच जाती है। तीसरे दृश्य में घरों की बहू-बेटी के जंगल-झाड़ियों व खुले स्थान में शौच करने जाते समय वह मनचलों की छेड़छाड़ का शिकार होती हैं। चौथे ²श्य में मुखिया जी के बेटे के विवाहोपरात नई नवेली दुल्हन आती है। घर में शौचालय न होने की जानकारी मिलते ही वह घर से चली जाती है। जाते-जाते मुखिया से कहती है कि पहले घर में शौचालय बनवाओ फिर वह इस घर में विदा होकर आएगी। अंतिम ²श्य में प्रधान ग्रामवासियों से खुले में शौच न जाने की शपथ दिलाते हैं। इस तरह से ग्रामीणों को खुले में शौच न जाने के लिए जागरूक करते हैं। प्रधान ने बताया कि जिन लोगों के यहां शौचालय नहीं बने हैं और बेसलाइन सर्वे सूची में उनका नाम शामिल नहीं है। उन्हें शौचालय बनवाने के लिए सरकार से 12 हजार रुपये की धनराशि दिए जाने की योजना है। इस कार्यक्रम में सफाईकर्मी के राजेंद्र मौर्य, मेराज अहमद, दिनेश मौर्य, देशराज, राकेश मौर्य, मनोज कुमार ने सहभागिता निभाई। इस दौरान कई ग्राम पंचायतों के प्रधान व ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।