न्यायालय सुरक्षा में पुलिस की लापरवाही
बाराबंकी : न्यायालय परिसर की सुरक्षा में पुलिस की लापरवाही सोमवार को साफ दिखाई दी। तीन थानों से बुला
बाराबंकी : न्यायालय परिसर की सुरक्षा में पुलिस की लापरवाही सोमवार को साफ दिखाई दी। तीन थानों से बुलाए गए पुलिस कर्मी डेढ़ घंटे से अधिक विलंब से पहुंचे। इस दौरान न्यायालय परिसर के सारे गेट खाली पड़े रहे। वहीं पेशी पर जेल से लाए गए बंदी भी देर से पहुंचाए जा सके।
कचहरी सीरियल ब्लास्ट की वारदात के बाद से कचहरी परिसरों की सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ा दी गई है। सभी गेटों पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए। यही नहीं अब तो सुरक्षा की ²ष्टि से सारी अदालत व परिसर को सीसीटीवी से लैस करने की योजना के साथ जज, वकील व वादकारी के रास्तों को भी अलग-अलग करने की योजना बनाई जा रही है। ऐसे में जब सुरक्षा व्यवस्था और सु²ढ़ करने की कोशिश की जा रही है ऐसे में पुलिस न्यायालय की सुरक्षा में लापरवाही कर रही है। दरअसल अमूमन न्यायालय सुरक्षा के लिए कोतवाली नगर से फोर्स भेजी जाती है लेकिन चुनाव डयूटी के मद्देनजर अपर पुलिस अधीक्षक ने गश्ती जारी फतेहपुर, मोहम्मदपुर खाला व रामनगर थाने से पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाई थी। जिसका बकायदा वायरलेस किया गया परंतु सोमवार को जब कोर्ट खुला तो कोइ पुलिस कर्मी न्यायालय परिसर नहीं पहुंचा था। दोबार भी वायरलेस किया गया लेकिन फोर्स के पहुंचते पहुंचते साढ़े ग्यारह से भी अधिक हो गया। इस देरी के कारण जिला कारागार से पेशी के लिए लाए गए बंदियों को भी अदालत में देर से पेश किया जा सका। क्योंकि यह पुलिसकर्मी ही हवालात से अदालत तक ले जाने व वापस लाने का कार्य करते हैं। सीओ लाइंस अमिता ¨सह ने बताया कि जो पुलिस कर्मी देर से पहुंचे उनसे स्पष्टीकरण मांगकर जांच कराई जा रही है।