सिपाहियों को पीटा, पुलिस चौकी फूंकी
बाराबंकी : देवा कोतवाली में आत्महत्या करने वाले युवक का शव गांव ले जाने की इजाजत न मिलने पर आक्रोशि
बाराबंकी : देवा कोतवाली में आत्महत्या करने वाले युवक का शव गांव ले जाने की इजाजत न मिलने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने देवा कोतवाली की माती चौकी पर धावा बोल दिया। ग्रामीणों ने पुलिस कर्मियों को जमकर पीटा और पुलिस चौकी में आग लगा दी। आगजनी में यहां खड़ी कार, तीन मोटरसाइकिले और महत्वपूर्ण अभिलेख जलकर राख हो गए। हमले में कोतवाल सहित पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर आत्महत्या के मामले में लापरवाही बरतने में दोषी पाए गए माती पुलिस चौकी इंचार्ज जेपी यादव, उपनिरीक्षक संतोष कुमार सिंह, कांस्टेबल रामराज व कामता प्रसाद को पुलिस अधीक्षक अब्दुल हमीद ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मालूम हो कि मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में गिरफ्तार मड़ियांव, लखनऊ निवासी सुभाष राजवंशी ने रविवार शाम देवा कोतवाली के लॉकप में अपनी शर्ट से फांसी लगाकर जान दे दी थी। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार सुबह सात बजे ही पुलिस सुभाष का शव उसके सौतेले पिता मनीराम व मामा नरेंद्र कुमार के साथ लखनऊ भैंसाकुंड ले गए। जहां शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया। सुभाष देवा कोतवाली क्षेत्र के सरसौंदी गांव में स्थित ननिहाल में रह रहा था। ननिहाल के लोग सुभाष का शव ले जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस द्वारा अनुमति न दिए जाने से वे आग बबूला हो गए। परिवारीजनों का आरोप है कि शव गांव न लाकर पुलिस ने लखनऊ में जबरन अंतिम संस्कार करा दिया। देखते ही देखते परिवारीजनों के समर्थन में करीब छह गांव के लोग एकत्र हो गए। लाठी व डंडों से लैस इस भीड़ में महिलाओं समेत करीब ढाई सौ लोग शामिल थे। इन लोगों ने पौने बारह बजे माती चौकी पर धावा बोल दिया। चौकी में सिर्फ चार सिपाही थे। हमलावरों ने चौकी में मौजूद सिपाही प्रदीप ¨सह, राजेंद्र विष्ट और पारसनाथ मिश्र को जमकर पीटा। घायल चारो सिपाही जान बचाकर खेतों के रास्ते भाग निकले। सिपाहियों के भागते ही उग्र भीड़ ने चौकी में तोड़फोड़ शुरू कर दी और गुबंद के छप्पर में आग लगा दी। कार्यालय के दस्तावेजों को नष्ट कर कमरों में व बाहर खड़ी तीन मोटरसाइकिलें भी आग के हवाले कर दिया। कार को तोड़ फोड़कर पलट दिया। इसी बीच वहां पहुंचे कोतवाल देवा मनोज पंत के हाथ में हमलावरों की लाठी लगने से चोट आ गई। कोतवाल मनोज देवा पंत ने आरक्षियों की मदद से दो हमलावरों को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया जिस समय घटना हुई डीएम योगेश्वर राम मिश्र और एसपी अब्दुल हमीद लखनऊ में चुनाव आयोग की बैठक में थे। सूचना पाते ही बैठक बीच में ही छोड़ दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। डीएम ने बताया कि पुलिस की लापरवाही से यह वारदात हुई है घटना की जांच कराई जा रही है। उपद्रवियों के साथ-साथ लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई होगी।
कमिश्नर डीआइजी पहुंचे : आयुक्त फैजाबाद सूर्य प्रकाश मिश्रा डीआइजी वीके गर्ग भी माती चौकी पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और उपद्रवियों पर कठोर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।