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बंद रही दवा की दुकानें, लामबंद रहे दवा व्यवसाई

बाराबंकी : मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट की अनिवार्यता समाप्त किए जाने व अन्य मांगों को लेकर जिले भर

By Edited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 12:09 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 12:09 AM (IST)
बंद रही दवा की दुकानें, लामबंद रहे दवा व्यवसाई

बाराबंकी : मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट की अनिवार्यता समाप्त किए जाने व अन्य मांगों को लेकर जिले भर के दवा व्यापारियों ने शनिवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री अर¨वद ¨सह गोप को ज्ञापन सौंपा।

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ज्ञापन केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संतोष जायसवाल के नेतृत्व में सौंपा गया। उन्होंने कहा कि दवा दुकानों का ऑन लाइन रिनीवल सरकार ने शुरू करा दिया है जो कि यथार्थ में संभव नहीं है। प्रदेश में करीब 70 हजार दवा की दुकाने संचालित है। जबकि फार्मासिस्ट करीब 14 हजार ही उपलब्ध है। ऑन लाइन रिनीवल से फार्मासिस्ट कम होने की वजह से दुकानों का नवीनकरण नहीं हो पाएगा। इस वजह से हजारों दुकानें बंद हो जाएगी। महामंत्री विजय कुमार वर्मा ने कहा कि हमारी प्रादेशिक इकाई के पदाधिकारियों ने इस समस्या के निदान के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर कई विकल्प सुझाए थे। आश्वासन भी दिया गया था। मगर कोई हल नहीं निकाला गया। इससे हजारों दवा व्यवसाइयों एवं दुकानों के कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। मांगों को निराकरण कराया जाए जिससे की दवा व्यवसाइयों का व्यापार सुरक्षित हो सके। विरोध प्रदर्शन में सुशील जायसवाल, राजू जैन, राशिद किदवई, विजय गुप्ता, अवनीश जायसवाल, पवन गुप्ता, अरण गुप्ता, मो. खालिद, प्रबोध वर्मा, रितेश जैन, चंद्रकेश शुक्ल, तारा, सुनील जायसवाल कुर्सी, विशाल गुप्ता, डब्लू गुप्ता, प्रेम वर्मा, सोनू, जीशान अहमद, राजेश ग प्ता, मयंक श्रीवास्तव, जयशंकर, अनवार सहित काफी संख्या में दवा व्यापारी शामिल रहे।

दवा के लिए भटकते रहे मरीज : दवा प्रतिष्ठानों की बंदी के चले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अधिकांश मरीज दवा के लिए इधर उधर भटकते रहे। हालांकि कुछ दुकानों के खुले रहने के कारण उन्हें दवा उपलब्ध हो गई।

ग्रामीण अंचल में रही बंदी : ¨नदूरा संवादसूत्र के अनुसार क्षेत्र भर के दवा व्यापारियो ने दुकानों को बंद रखा। विरोध प्रदर्शन किया। कस्बा कुर्सी, टिकैतगंज, घुंघटेर, बाबागंज, बजगहनी, भद्रास, बड्डूपुर, रीवासीवा, ¨नदूरा सहित सभी कस्बों व गांवो मे सभी जगह बंदी का असर दिखा । दवा दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकाने बंद कर सरकार की नई दवा नीति का विरोध किया। दवा के लिए भटकते रहे लोग। दुकाने बंद होने से मरीज बेहाल रहे । सूरतगंज संवादसूत्र के अनुसार क्षेत्र में दवा की दुकाने बंद रहने से क्षेत्रीय ग्रामीणों को दवा के लिए भटकना पड़ा। बंदी का असर मोहम्मदपुरखाला, सूरतगंज, लालपुर, झंझरा, कड़ाकापुर, बेलहरा, छेदा आदि ग्रामीण क्षेत्रों की दुकाने बंद रही। सूरतगंज इकाई क्षेत्र के अध्यक्ष ताराचंद्र की अध्यक्षता में बैठक हुई। केमिस्ट एवं ड्रग एसोसिएशन द्वारा लिए गए फैसले पर शीघ्र अमल न होने पर दवा व्यापारियों ने वृहद स्तर पर आंदोलन किए जाने का ऐलान किया। इस मौके पर प्रेमचंद्र, डॉ. तेज प्रताप वर्मा, सत्यप्रकाश अंसारी, नरेंद्र कुमार मौर्य, अशफाक, नसीर, सतीश, दुर्गेश प्रताप आदि मौजूद रहे। रामनगर, हैदरगढ़, फतेहपुर, बेलहरा, देवा क्षेत्र में भी दवा की दुकानें बंद रही।


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