फुटपाथ पर निकलना हुआ मुश्किल
बाराबंकी : शहर के फुटपाथ पूरी तरह गायब हो चुके है। फुटपाथ पर निकलना दुश्वार हो गया है। शिकायतों के ब
बाराबंकी : शहर के फुटपाथ पूरी तरह गायब हो चुके है। फुटपाथ पर निकलना दुश्वार हो गया है। शिकायतों के बाद भी फुटपाथ पर से अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है।
बात करते है शहर के मुख्य बाजार धनोखर से सतरिख नाका चौराहा मार्ग व छाया से बेगमगंज मार्ग की। इस मार्ग से दिन में अतिक्रमण के चलते निकलना दुश्वार है। कारण दुकानों के आगे बने फुटपाथ पर अतिक्रमणकारी पूरी तरह काबिज है। पैदल निकलने वालों को अतिक्रमण के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पूर्व में नगर पालिका प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मिलकर अभियान तो चलाए मगर जैसे ही अभियान समाप्त हुआ पुन: अतिक्रमणकारियों ने फुटपाथ पर कब्जा कर लिया।
काश हट जाता अतिक्रमण
बाराबंकी : कटरा निवासी पूर्व सभासद असलम अंसारी का कहना है कि एक दशक पूर्व अतिक्रमण नही था। मगर बीते पांच वर्षों में शहर के मुख्य बाजार से लेकर गलियों में फुटपाथ पर अतिक्रमणकारी काबिज हो गए। यह सब नगर पालिका प्रशासन की हीलाहवाली का नतीजा है। धनोखर निवासी प्रशांत मिश्रा का कहना है कि मै हमेशा सोचता हूं काश फुटपाथ पर अतिक्रमण हटा दिया जाए। ताकि पैदल चलने वालों की राह आसान हो जाए। लेकिन कुछ ऐसा नहीं हो रहा है। लखपेड़ाबाग निवासी राजेंद्र ¨सह गुड्डू का कहना है कि सख्ती से प्रशासन को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ निपटना चाहिए। तभी इस गंभीर समस्या का हल निकल सकेगा। सारिक मेराज का कहना है कि इच्छाशक्ति की कमी के कारण फुटपाथ से अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है।
पूर्व में खींची गई थी लाइन : मुख्य बाजार में नगर पालिका प्रशासन ने तीन वर्ष पूर्व दुकानों के आगे दोनो ओर मार्ग पर दुकानदारों की हद खींची गई थी। मगर इसका कोई अमल आज तक नहीं किया गया। शुरू में दो दिन बस सख्ती का असर दिखा। बाद में असर समाप्त हो गया। और लोग फुटपाथ पर काबिज होते चले गए। इस व्यस्त मार्ग पर ठेले दुकानदारों ने भी सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है। दुकानों के आगे खड़े होकर सब्जी बेचने से राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया है।