जिलाधिकारी भी न सुलझा सके फरियादियों की शिकायत
बाराबंकी : तहसील हैदरगढ़ में जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किय
बाराबंकी : तहसील हैदरगढ़ में जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र की अध्यक्षता में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। 132 मामलों में महज 10 शिकायतों का निस्तारण मौके पर हो सका है जबकि कई मामले फिर लंबित हो गए है। अब तहसील दिवस के नाम पर अधिकारी खानापूर्ति में जुट गए है। यही करण है कि डीएम भी समस्या ओं को नहीं सुलझा सके है।
जिलाधिकारी ने तहसील दिवस में प्रस्तुत विभिन्न प्रार्थना पत्रों की सुनवाई के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि फरियादियों के प्रार्थना पत्रों को पूरी प्राथमिकता के साथ एक सप्ताह में अनिवार्य रूप से निराकरण सुनिश्चित कराए। अधिकारियों से जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि तहसील दिवस के मामलों को पूरी गम्भीरता से लिया जाए। जन समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी निराकरण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जन समस्याओं के प्रति अधिकारी संवेदनशील होकर उनका समयबद्ध निस्तारण करें। पत्रों के निस्तारण हेतु गुणवत्तापूर्ण निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जाए। हैदरगढ़ तहसील दिवस में कुल 132 प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किए गए। उन्होंने एक-एक करके सभी की समस्यायें सुनी और सुनवाई के दौरान ही सम्बन्धित विभाग के अधिकारी से पत्र के निराकरण किए जाने के संबन्ध में जरूरी बिन्दुओं पर जानकारी भी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी सम्बन्धित अधिकारी अपने विभाग से निस्तारण किए जाने वाले पत्रों को तहसील दिवस सम्पन्न होने के बाद आज ही अपने साथ ले जायेगें। उनका शीघ्र निराकरण सुनिश्चित करायेगें। पत्रों के निस्तारण में इस बात का विशेष ध्यान रखेगें कि निस्तारण की गुणवत्ता से शिकायतकर्ता को भी संतुष्टि हो। अपने विभाग से निस्तारित किए जाने वाले मामलों के बारे में अधिकारी शिकायत कर्ता से भी दूरभाष पर सम्पर्क करके यह जान ले कि शिकायतकर्ता किस हद तक पत्रों तहसील दिवस में प्रस्तुत 132 पत्रों में मौके पर ही निस्तारण किए जाने योग्य 10 मामलों का तहसील दिवस के दौरान ही निस्तारण कर दिया गया। अवशेष मामलों में 58 पत्र राजस्व विभाग से सम्बन्धित थे। तहसील दिवस में प्रस्तुत यह मामले भूमि विवाद अथवा भूमि सम्बन्धी अन्य तरह के मामले थे। ऐसे मामलों के त्वरित एवं प्रभावी निराकरण के मद्देनजर जिलाधिकारी ने राजस्व एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन पत्रों का सम्बन्ध भूमि विवाद से है, उनका समुचित निराकरण करने हेतु राजस्व एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनायी जाए। मौके पर जाकर मामले का ठोस निराकरण सुनिश्चित करे। तहसील दिवस में प्रस्तुत मामलों में 26 प्रार्थना पत्र पुलिस विभाग से संबंधित थे। विकास से 14, जल निगम से संबंधित 5, आपूर्ति से संबंधित 6 और विद्युत से संबंधित 9 मामले रहे। सिंचाई, पंचायतराज, आइसीडीएस, बेसिक शिक्षा, समाजकल्याण, नगर निकाय, वन विभाग से भी संबंधित पत्र तहसील दिवस में निस्तारण के लिए प्रस्तुत किए गए। सिरौलीगौसपुर में 53 शिकायतें आईं और 4 शिकायतों का निस्ता रण हो सका है। वहीं रामनगर में 45 मामलों में से किसी का भी निस्तारण नहीं हो सका है।