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कानपुर का हाईटेक ठग गिरफ्तार

बाराबंकी : फोन पर एटीएम कार्ड का विवरण हासिल करके लाखों का चूना लगाने वाले हाईटेक ठग को साइबर क्राइम

By Edited By: Published: Thu, 23 Oct 2014 12:21 AM (IST)Updated: Thu, 23 Oct 2014 12:21 AM (IST)
कानपुर का हाईटेक ठग गिरफ्तार

बाराबंकी : फोन पर एटीएम कार्ड का विवरण हासिल करके लाखों का चूना लगाने वाले हाईटेक ठग को साइबर क्राइम सेल ने खोज निकाला। कोतवाली पुलिस की मदद से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़ा गया आरोपी कानपुर देहात का रहने वाला है। इस सफलता के लिए पुलिस टीम को उत्साहवर्धन के लिए पांच हजार रुपये का पुरस्कार की घोषणा की गयी है।

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यह जानकारी एसपी अब्दुल हमीद ने बताया कि कोतवाली नगर अंतर्गत आवास विकास कालोनी निवासी वेद प्रकाश से फोन कॉल पर बैंक का अधिकारी बनकर एटीएम का विवरण हासिल कर लिया था। जिसके बाद वेद प्रकाश के खाते से 49 हजार रुपये निकल गये थे। बैंक से विवरण लेने पर पता था कि इससे ऑन लाइन खरीदारी कर भुगतान किया गया है। इस प्रकरण में कोतवाली पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। जांच कर रही साइबर क्राइम सेल के दो सिपाही अंकित भूषण ¨सह और कुलदीप कुमार यादव ने गहन जांच कर इस ठग को खोज निकाला। सीओ क्राइम विशाल विक्रम ¨सह के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस टीम ने इस ठग को 21 अक्टूबर की रात 10:45 पर सफेदाबाद रेलवे क्रा¨सग के पास गिरफ्तार कर लिया। एपी ने बताया कि आरोपी कानपुर देहात के हरचंदापुर, पोस्ट गजनेर का रहने वाला सौरभ कुशवाहा है। जिसके पास से एक लैपटॉप, पांच मोबाइल फोन, फर्जी आईडी के 82 सिम, 50500 रुपये नकद, चार एटीएम कार्ड व मोटरसाइकिल बरामद की है। इस टीम में शामिल साइबर सेल के दोनों सिपाही सहित निरीक्षक रमाकांत मिश्र, एसआई पीके ¨सह, कांस्टेबल मनोज कुमर और धर्मराज यादव शामिल हैं, जन्हें पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

एसएससी की तैयारी : गिरफ्तार सौरभ कुशवाहा कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक कर बै¨कग व एसएससी की तैयारी कर रहा था। यह पेशेवर साइबर अपराधी अब तक आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के करीब 25 लोगों को अपने जाल में फंसाकर लाखों रुपये ठग चुका है।

यूपी में पहली वारदात : आरोपी सौरभ अभी तक उत्तर प्रदेश से बाहर ही लोगों को अपना शिकार बनाता था। यूपी ने वेद प्रकाश इसका पहला निशाना था जिसमें वह क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ गया।

साफ्टवेयर इंजीनियर था निशाना : एसपी ने बताया कि सौरभ ने अपना अगला निशाना बंगलुरू के एक साफ्टवेयर इंजीनियर को बनाया था। जिसके खाते में 64 लाख रुपये थे और उसने एटीएम का विवरण भी हासिल कर लिया था।

कैसे पकड़ा : सीओ क्राइम विशाल विक्रम ¨सह ने बताया कि जिस फर्जी आइडी के नंबर से सौरभ ने फोन किया था उसकी गिरफ्तारी में मुख्य भूमिका उसी नंबर की रही। इसी नंबर के जरिए इसे गिरफ्तार किया गया।

सिपाही निलंबित : इस पूरे आपरेशन में कोतवाली नगर को सिपाही इंद्रजीत यादव भी शामिल था। लेकिन बरामदगी में इस सिपाही ने गड़बड़झाला कर दिया। मामला सीओ क्राइम तक पहुंचा तो उनकी रिपोर्ट पर एसपी ने इस सिपाही को निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि मामले की जांच सीओ सदर को सौंपी गयी है।


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