लोधेश्वर के जलाभिषेक को उमड़ा अपार जनसैलाब
रामनगर (बाराबंकी) : लोधेश्वर महादेव के जलाभिषेक के लिए सोमवार को अपार जनसैलाब उमड़ पड़ा। लगभग पांच लाख श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर दर्शन पूजन किया। उमड़ी भीड़ से प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई। रामनगर और बुढ़वल रेलवे स्टेशन से महादेवा जाने वाले मार्ग पर श्रद्धालुओं का रेला दिखाई दिया।
सावन की तीसरे सोमवार को जलाभिषेक के लिए इतनी भीड़ उमड़ेगी। इसका अनुमान तो जिला प्रशासन को भी नहीं था। शायद इसीलिए रामनगर से महादेवा जाने वाले मार्ग पर हलके वाहनों का आवागमन नहीं रोका गया और न ही बहराइच और गोंडा से आने वाले वाहनों का मार्ग परिवर्तित किया गया। श्रद्धालुओं की आमद रविवार रात से ही प्रारंभ हो गई थी। सुबह होते-होते पूरा परिसर श्रद्धालुओं से भर गया। महादेवा की ओर जाने वाले सभी मार्गो पर हर-हर, बम-बम, जय जय लोधेश्वर के जयकारे सुनाई दे रहे थे। देश प्रदेश के सुदूरवर्ती अंचलों भिंड, मुरैना, ग्वालियर, बांदा, उरई, जालौन, कालपी, झांसी, ललितपुर, छतरपुर, महराजपुर, महोबा, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, सुलतानपुर, लखनऊ, हरदोई, बाराबंकी आदि से शिवभक्तों का उमड़ा जनसैलाब भोले बाबा के दरबार में निरंतर पहुंचता रहा। रविवार की देर रात से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के जयकारों से भूतभावन की नगरी गुंजायमान होने लगी थी। आधा किलोमीटर से अधिक लंबी लाइन में लगे शिवभक्त अपने आराध्य देव के दर्शन की असीम अभिलाषा से ओतप्रोत दिखे। लोधेश्वर बाबा के प्रथम दर्शन की होड़ में लगे श्रद्धालु अगर, कर्पूर, तंदुल, विल्वपत्र, प्रसून, धतूरफल, मंदारपुष्प, फल, अरगजा, तुलसी पत्र, मिष्ठान, द्रव्य, विजया, दुग्ध, कमलपुष्प सहित नैवेद्य की सजी थाल व गंगाजली हाथ में लिए पावन शिवालय के कपाट खुलने की प्रतीक्षा में खड़े रहे। जैसे ही कपाट खुला लोगों ने जलाभिषेक शुरू कर दिया। इन्हें संभालने में प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी। लाइन इतनी बड़ी हो गई थी कि ओर छोर मिलना मुश्किल था।