बुंदेली पानी पर लहलहा रही एमपी की फसल
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेली किसानों के लिए बनाए गए कई डैम से मध्य प्रदेश (एमपी) पिछले 41 सालों
जागरण संवाददाता, बांदा : बुंदेली किसानों के लिए बनाए गए कई डैम से मध्य प्रदेश (एमपी) पिछले 41 सालों से पानी ले रहा है लेकिन ¨सचाई का एक धेला भी ¨सचाई प्रखंड को अदा नहीं कर रहा है। एमपी सरकार पर ¨सचाई विभाग का 1 करोड़ 52 लाख 8 हजार 789 रुपये से अधिक बकाया है।
एमपी में बने उत्तर प्रदेश (यूपी) के गंगऊ, रनगंवा, बरियारपुर बांधों से समझौते के तहत यूपी व एमपी दोनों को ¨सचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाता है। बांधों के निर्माण में 80 फीसद पैसा यूपी सरकार का लगा है। बांधों में यूपी ¨सचाई विभाग के अधिकारियों की तैनाती है। रखरखाव आदि का कार्य भी यूपी सरकार द्वारा देखा जाता है। जलाशयों के रखरखाव में प्रतिवर्ष यूपी सरकार का करोड़ों रुपया खर्च होता है। यूपी के ¨सचाई विभाग की पांच नहरें एमपी में हैं। प्रतिवर्ष ¨सचाई विभाग एमपी के जनपद छतरपुर, पन्ना, सतना के किसानों को खरीफ व रबी की फसल के लिए पानी उपलब्ध कराता है लेकिन एमपी यूपी के ¨सचाई विभाग का ¨सचाई कर पिछले 41 सालों से अदा नहीं कर रहा है। ¨सचाई विभाग राजस्व वसूली के लिए कई बार जिलाधिकारी छतरपुर, पन्ना व सतना को पत्र लिख चुका है लेकिन एमपी सरकार ने ने किसानों से लेकर ¨सचाई का एक पैसा भी उपलब्ध नहीं कराया। ¨सचाई अफसरों का कहना है कि एमपी ¨सचाई कर पैसा अदा कर दे तो उससे नहरों के विकास को मदद मिलेगी।
एमपी पर बकाया ¨सचाई कर
जनपद ¨सचाई कर
सतना 1,68,993
पन्ना 1,20,83,331
छतरपुर 29,66,466
''एमपी के जिला छतरपुर, पन्ना, सतना जिलाधिकारियों को पत्र लिखा गया है कि वह ¨सचाई कर अदा करें लेकिन वह कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को एमपी पर ¨सचाई के बकाया राजस्व के बारे में अवगत कराया जाएगा। -योगेश कुमार रावल, अधिशासी अभियंता ¨सचाई।