ताकत दिखाने को छटपटा रहा है वैश्य समाज
जागरण संवाददाता, बांदा: समूचे बुंदेलखंड में एक भी वैश्य को किसी भी दल द्वारा प्रत्याशी न बनाए जाने क
जागरण संवाददाता, बांदा: समूचे बुंदेलखंड में एक भी वैश्य को किसी भी दल द्वारा प्रत्याशी न बनाए जाने का आक्रोश अब जनपद में दिखने लगा है। वैश्य व व्यापारी वर्ग को सबसे बड़ी उम्मीद भाजपा से थी, लेकिन उसने भी ठेंगा दिखा दिया है। जिसके चलते अब इन संगठनों के दिग्गज नई राह तलाशने में जुट गए हैं। जिसका नतीजा जल्द ही सामने आने वाला है।
मालूम हो कि जनपद में सदर सीट से सबसे ज्यादा भाजपा में वैश्य दावेदार अपनी ताल ठोकने को तैयार थे। लेकिन पार्टी ने इन्हें दरकिनार करते हुए ब्राम्हण को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। जिससे वैश्य व व्यापारी वर्ग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहा है। वहीं अन्य दलों ने भी इस समुदाय की उपेक्षा की है। इसी के चलते व्यापारी व वैश्य अब अपना अलग रास्ता अख्तियार करने का मन बना चुके हैं। सूत्रों की मानें तो जल्द ही व्यापारी संगठनों द्वारा चुनाव व प्रत्याशिता को लेकर कोई बड़ी पहल की जा सकती है। कयास तो यह भी लगाए जा रहे हैं कि किसी छोटे दल से यह अपना प्रत्याशी भी घोषित करा सकते हैं। व्यापारियों से बात करने पर यह बात निकल रही है कि पूरे बुंदेलखंड में किसी भी बड़े दल द्वारा कोई वैश्य या व्यापारी समाज का उम्मीदवार न घोषित करना उन्हें उपेक्षित किए जाने का एहसास करा रही है। जिसका खामियाजा सभी दलों को भुगतना भी पड़ेगा।