कहीं मिड-डे मील नहीं बना, कहीं हुई पूरी खानापूर्ति
कमासिन, संवादसूत्र : गुरुवार को जब परिषदीय विद्यालयों के मौका मुआयना के दौरान कुछ स्कूलों का दौरा कि
कमासिन, संवादसूत्र : गुरुवार को जब परिषदीय विद्यालयों के मौका मुआयना के दौरान कुछ स्कूलों का दौरा किया गया तो कई चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। किसी में एमडीएम नहीं बना तो कहीं मात्र 3-4 घंटे स्कूल ही खुलने की सच्चाई सामने आई। सबसे पहले ग्राम कुमेढ़ासानी के प्राथमिक विद्यालय भाग-2 में पहुंचे तो वहां चार में से मात्र दो अध्यापक मंसूर हुसैन व तरुण कुमार मौजूद मिले। प्रधानाध्यापक पुनीत ¨सह व अशोक पटेल गैरहाजिर थे। इसके बाद एक कक्ष में देखा गया है कि बच्चे हो हल्ला मचा रहे थे कोई पढ़ाने के लिए नहीं था। दूसरे कक्ष में तरुण कुमार पढ़ाते मिले। पूछने पर बच्चों ने बताया है कि आज भोजन में खाली पेट है। रोजाना तहरी ही मिलती है। दूध फल के आज तक दर्शन नहीं हुए। अपवाद स्वरूप एक बार जरूर मिला है। बुधवार को दूध व तहरी का मीनू है। सोमवार को फल व रोटी सब्जी परोसा जाता है लेकिन एमडीएम की हालत क्षेत्र में अत्यंत दयनीय है। गैरहाजिर शिक्षकों के संबंध में जब खंड शिक्षाधिकारी कैलाश पटेल से पूछा गया है तो उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापक अवकाश पर है। प्राथमिक विद्यालय भाग-1 में उपस्थति कम मिली। अध्यापक नवलकिशोर मौजूद नहीं मिले। शौचालय कई वर्ष से ध्वस्त है। बाउंड्री कभी नहीं बनायी गई। इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने बताया कि बाउंड्री की धनराशि निकाली जा चुकी है। इसके बाद करीब 12:30 पर टीम कदोहर प्रा.वि. पहुंची वहां विद्यालय बंद मिला। ग्रामीणों ने देर से स्कूल खुलने व जल्दी बंद होने की शिकायत की। क्षेत्र में परिषदीय स्कूलों की दशा दयनीय है। इसमें कुछ शिक्षकों के साथ शिक्षा अधिकारी की घोर लापरवाही उजागर हो रही है। जिलास्तरीय अधिकारियों की अनदेखी से वर्षों से संकुल व बीआरसी में बैठे लोग विद्यालयों की सही जानकारी अधिकारियों तक नहीं भेज रहे।