Þविफलता और अंतरद्वंद से जन्म लेती है ¨चताÞ
बांदा, जागरण संवाददाता : महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग की टीम न
बांदा, जागरण संवाददाता : महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जिला अस्पताल के मानसिक रोग विभाग की टीम ने छात्राओं को रोगों के लक्षण व बचाव की जानकारी दी। साइकोलॉजिस्ट डा. रिजवाना हासमी ने बताया कि यह बीमारी कई प्रकार की होती है। जिसमें अत्यधिक सफाई, चीजों को रखकर भूलना, नींद न आना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि ¨चता की उत्पत्ति विफलता व अंतरद्वंद के कारण होती है। जब तक ¨चता स्थिति का प्रत्यक्ष समाधान नहीं हो जाता तबतक व्यक्ति विभिन्न अप्रत्यक्ष सुरक्षात्मक तरीके अपनाता है तथा तनाव पूर्ण परिस्थिति से सामांजस्य स्थापित करता है। मानीट¨रग आफीसर नरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया है कि मानसिक बीमारी आम बीमारी की तरह होती है। जिसका इलाज सरकारी अस्पतालों में मौजूद है। डा. हरदयाल ने बताया कि मानसिक रोग की शुरूआत शंका, अत्याधिक क्रोध व अकेलेपन से होती है जो उन्माद तक जाती है। समय रहते बीमारियों का पता लगाकर निजात पाया जा सकता है। कम्युनिटी नर्स कीर्ति प्रभा पाल ने बताया कि भूत प्रेत भी मानसिक रोग के अंर्तगत आते हैं। टीम में अनुपम त्रिपाठी, त्रिभुवन नाथ के अलावा प्रवक्ता डा. लक्ष्मी त्रिपाठी, प्राधानाचार्य प्रभा श्रीवास्तव आदि मौजूद रहीं।