दिखावा बनी जलसंस्थान की पेयजल व्यवस्था, जनता बेहाल
¨तदवारी, संवादसूत्र : जिले में रिकार्ड स्तर पर गिरते भूगर्भ जलस्तर के कारण ¨तदवारी को डार्कजोन घोषित
¨तदवारी, संवादसूत्र : जिले में रिकार्ड स्तर पर गिरते भूगर्भ जलस्तर के कारण ¨तदवारी को डार्कजोन घोषित किया गया है। दूसरी ओर तमाम चेतावनियों के बावजूद जलसंस्थान के अधिकारियों की लापरवाही के कारण पेयजल व्यवस्था शोपीस साबित हो रही है। लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। लोग पेयजल को लेकर खासे परेशान हैं। गिरते जलस्तर के चलते जल संस्थान के नलकूप पानी देने में हांफने लगे हैं। नगर समेत ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित दो नलकूपों के बूते उपभोक्ताओं को जलापूर्ति की जा रही है। लोगों का मानना है कि समय रहते यदि अतिरिक्त नलकूपों की व्यवस्था नहीं की गई तो आने वाले समय में पेयजल आपूर्ति की भारी मुसीबत का सामना लोगों को करना पड़ेगा। नगर पंचायत और ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इंडिया मार्का हैंडपंपों से पानी की जगह हवा निकल रही है। वहीं ज्यादातर हैंडपंप जल स्तर के नीचे खिसक जाने से ठूंठ नजर आ रहे हैं।
जल संस्थान ¨तदवारी में तैनात धनंजय ने बताया कि नगर में दो नलकूप स्थापित हैं। पानी का जल स्तर लगभग 15 फिट नीचे चला गया है। नलकूपों से नगर के दस वार्डों में जलापूर्ति की जाती है। नगर के ही नलकूपों के भरोसे ग्रामीण क्षेत्र के तेरही माफी, सोनरही, सिकंदरपुर और मुंगुस गांव में पानी की सप्लाई होती है। नलकूपों के डिस्चार्ज होने से आने वाले समय में पानी की समस्या से लोगों को दो चार होना पड़ सकता है। स्थापित नलकूपों को 110 फिट पर चलाकर जलापूर्ति की जा रही है। कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष डॉ.राजेंद्र प्रसाद तिवारी कहते हैं कि लगातार कम हो रहे जल स्तर से गर्मियों में पेयजल समस्या खड़ी हो जाएगी। प्रशासन को चाहिए कि समय रहते व्यवस्था कर ले। डॉ.देवेंद्र गोयल कहते हैं कि जल संस्थान को नए नलकूप का बंदोबस्त करना होगा तभी पानी की समस्या से निजाद पायी जा सकती है। सोनरही गांव के बा¨शदों ने बताया कि उनके गांव में लगे सरकारी हैंडपंपों में ज्यादातर ने पानी देना बंद कर दिया है। कुछ में रुक-रुक कर पानी निकलता है। दिव्यांग पार्टी के पंकज त्रिपाठी ने शासन-प्रशासन से समय रहते हालात भयावह होने के पहले पहल करने की मांग की है। कहा कि कगार में खड़ी जलापूर्ति व्यवस्था को पटरी पर बनाए रखने के लिए नए नलकूपों की व्यवस्था करनी चाहिए।