फिर शुरू हुई बिजली कटौती,जनता का चैन छिना
बांदा, जागरण संवाददाता : उमस भरी गर्मी में जूझ रहे शहरवासियों को राहत देने के बजाय बिजली विभाग जबरदस
बांदा, जागरण संवाददाता : उमस भरी गर्मी में जूझ रहे शहरवासियों को राहत देने के बजाय बिजली विभाग जबरदस्त तरीके से कटौती कर रहा है। घोषित शेड्यूल का तो कोई मायने नहीं रह गया है लेकिन इमरजेंसी कटौती के नाम पर बिजली विभाग शहरी उपभोक्ताओं को रुला रहा है।
तकरीबन एक महीने से शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। घोषित शेड्यूल के अनुसार दोपहर को दो बजे से चार बजे तक और रात को 9 बजे से 11 बजे तक बिजली कटौती होनी चाहिए। लेकिन बिजली विभाग घोषित किए गए अपने शेड्यूल पर खुद अमल नहीं कर पा रहा है। असमय अधाधुंध कटौती की जा रही है। इससे उमस भरी गर्मी में उपभोक्ता पसीने से तर-बतर हो रहे हैं। दिन तो किसी तरह से कट जाता है लेकिन शाम होते ही बिजली की आवाजाही शुरू हो जाने से शहरवासी परेशान हैं। रात को 9 बजे से 10 बजे के बीच किसी भी समय बिजली गुल हो जाती है और दो से ढाई घंटे की कटौती की जाती है। इसके बाद आपूर्ति चालू होने के 15 मिनट बाद ही फाल्ट बताकर आपूर्ति फिर बंद कर दी जाती है।
क्या कहते हैं बिजली उपभोक्ता
------------------------
बिजली कटौती ने परेशान कर दिया है। आने और जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है। शेड्यूल के तहत बिजली कटौती की जानी चाहिए। - जितेंद्र यादव
- इमरजेंसी और अघोषित कटौती से जीना मुश्किल कर दिया है। दोपहर के समय और रात में बिजली गुल होने से गर्मी से बिलबिलाते रहते हैं। - सुशील कुमार
- कटौती के बाद आपूर्ति चालू होने के चंद मिनटों बाद ही फाल्ट के नाम पर बिजली गुल कर दी जाती है। इसके बाद इमरजेंसी कटौती होती है। - मुकेश यादव
- घोषित कटौती शेड्यूल महज दिखावा है। बिजली विभाग मनमाने ढंग से कटौती कर रहा है। उपभोक्ताओं की समस्या उन्हें नजर नहीं आती। - सबी हैदर