बांदा में हत्यारोपी की संदिग्ध मौत, हत्या का आरोप
बांदा, जागरण संवाददाता : बांदा मंडल कारागार में हत्यारोपी नरैनी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नंदवारा नि
बांदा, जागरण संवाददाता : बांदा मंडल कारागार में हत्यारोपी नरैनी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नंदवारा निवासी मातादीन रैदास (42) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उसका शव जेल के बाथरूम में पड़ा हुआ मिला। बताया जाता है कि उसके शरीर पर चोटों के गंभीर निशान हैं। परिजनों का आरोप है कि उसकी जेल में हत्या कराई गई है। उधर, जेल अधिकारी मौत का कारण बीमारी बता रहे हैं। घटना की जानकारी पर डीआईजी जेल ने जेल का निरीक्षण कर घटना की जानकारी ली।
बताया जाता है कि तकरीबन पांच माह से गांव के नीलकंठ की हत्या के आरोप में छोटे भाई छोटा रैदास के साथ मातादीन मंडल कारागार में निरूद्ध था। बुधवार सुबह बंदी हाथ धुलने के लिए वहां गया था इसी दौरान उसे खून की उल्टी हुईं। उसे उठाकर जिला अस्पताल ले जाया गया वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इससे मृतक बंदी के गांव में जेल से उसकी मौत की सूचना फोन में दी गई।
जेल अधिकारियों का कहना है कि मातादीन को इलाज के लिए जिला अस्पताल भी कुछ दिन पहले ले जाया गया था। उधर, मृतक बंदी के बेटे नंद कुमार का कहना है उसके पिता को किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। परिजनों का कहना है कि वे लोग बीती 21 अगस्त को पिता से जेल में मिले भी थे तब भी उन्होंने किसी बीमारी से इंकार किया था। घटना के बाद जेल डीआईजी संतोष श्रीवास्तव, एसपी और अपर जिलाधिकारी ने जेल का निरीक्षण कर हालातों का जायजा लिया। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं जेल प्रशासन की ओर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद मृतक मातादीन के बेटे नंद कुमार व उसकी मां रमिनिया ने बताया कि गांव के नीलकंठ से पांच माह पहले मातादीन के दादा से शराब के नशे में विवाद हो गया था। इसके पांच दिन बाद नीलकंठ हमेशा की तरह खेत में लेटने गया था। वहां किसी ने उसे मारकर नाले के पास फेंक दिया था। नीलकंठ की हत्या के आरोप में उसके परिजनों ने मातादीन व उसके भाई छोटा को फंसा दिया था। इससे तब से वह जेल में निरूद्ध रहा है। आरोप लगाया कि विपक्षियों ने जेल कर्मियों से मिलकर उसकी पीटकर हत्या करा दी है। उसके हाथ पीठ में जहां चोट के निशान मिले हैं वहीं उसके मुंह से खून भी निकला है। इस संबंध में मंडल कारागार अधीक्षक हरि बक्श ¨सह का कहना है कि बंदी मातादीन को बीमारी की वजह से खून की उल्टियां हुई थीं। इससे उसे जेल की अस्पताल में भर्ती कर उपचार किया गया था।