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स्कूल बस से कुचलकर क्लीनर की मौत

बांदा, जागरण संवाददाता : मुहल्ला कैलाशपुरी निवासी शशिकांत दीक्षित (45) सेंटमैरी स्कूल की बस में क्ली

By Edited By: Published: Wed, 26 Aug 2015 01:08 AM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2015 01:08 AM (IST)
स्कूल बस से कुचलकर क्लीनर की मौत

बांदा, जागरण संवाददाता : मुहल्ला कैलाशपुरी निवासी शशिकांत दीक्षित (45) सेंटमैरी स्कूल की बस में क्लीनर था। मंगलवार दोपहर तकरीबन डेढ़ बजे स्कूल से छुटटी के बाद वह बस में बच्चों को लेकर घर छोड़ने जा रहा था। स्कूल से बच्चों को बैठाकर जैसी ही बस चली तकरीबन 50 मीटर दूरी पर गेट के पास खड़े होकर साइड बता रहा क्लीनर अचानक नीचे गिर गया। इससे वह बस के पिछले पहिए के नीचे आकर कुचल गया। मौके पर उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को आनन-फानन उसी बस में रखवाकर पोस्टमार्टम भेजवाया। इस बीच जैसे ही मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी हुई तो घर में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि मृतक के दो बेटे शिवम व रिक्की हैं। दोनों अभी पढ़ाई कर रहे हैं। -------------------------------------

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मिलनसार स्वभाव का था क्लीनर

बांदा : स्कूल बस के जिस क्लीनर की पहिए से कुचलकर मौत हुई है। मरचरी हाउस में मौजूद मृतक के परिजनों ने बताया कि वह सीधे व मिलनसार स्वभाव का था। इससे लोग उसे पंसद करते रहे हैं। घटना होने से सभी को दुख हुआ है।

------------------------हादसे को लेकर भयभीत रहे बच्चे

बांदा : हादसे में कुचलकर क्लीनर की मौत होने के बाद बताया जाता है कि बस में मौजूद स्कूली च्च्चे नीचे उतरे तो वह एकबारगी वहां का दृश्य देखकर भयभीत हो गए। इसी बीच वहां पहुंची पुलिस ने बच्चों को शिक्षकों की मदद से दूसरी बस से घर भिजवा दिया। बच्चों ने अपने घरों में जाकर हादसे की अभिभावकों को जानकारी दी। इससे कई अभिभावकों ने फोन से संपर्क कर घटना के बारे में पूछा है। कुछ अभिभावक तो हादसे की सही जानकारी करने को मरचरी भी पहुंचे हैं।

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तो आर्थिक दिक्कत का सामना करेगें परिजन

बांदा : हादसे के बाद मृतक क्लीनर के रिश्तेदारों ने बताया कि उनके जमीन नही है। ऐसी स्थिति में वह अपने पिता रमेश चंद्र के साथ पहले कालू कुआं की छोटी सी दुकान में बैठता रहा है। इधर कई वर्ष से वह स्कूल बसों में क्लीनर का काम करता था। बच्चों के अभी पढ़ाई करने से कमाई का कोई दूसरा जरिया नही है। इससे परिवार को अब आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उसके परिवार की प्रशासन व स्कूल की ओर से आर्थिक मदद की जानी चाहिए।------------------------------

शाम को जाना था महाबीरन

बांदा : मृतक क्लीनर के साढू रितेश ने बताया कि हादसे के बारे में सुना तो एकबारगी विश्वास नही हुआ। घटना के एक दिन पहले वह उनके घर में साथ बैठे रहे हैं। उनका कहना था कि वह दोपहर में स्कूल से लौटने के बाद उनके साथ शाम को महाबीरन जाएंगें। इसके पहले उनके साथ घटना हो गई है।


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