आपदाओं से टूटा किसान अब रूला रहे बैंक
बांदा, जागरण संवाददाता : दैवीय आपदाओं ने किसानों की आर्थिक रीढ़ तोड़ दी है। राहत के नाम पर मिलने वाली
बांदा, जागरण संवाददाता : दैवीय आपदाओं ने किसानों की आर्थिक रीढ़ तोड़ दी है। राहत के नाम पर मिलने वाली सरकारी इमदाद भी ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। ऐसे में किसानों को खरीफ की बुआई के लिए पैसे की सख्त आवश्कता है। किसान पैसे के खातिर केसीसी बनवाने को बैंकों के चक्कर लगा रहा हैं। मंगलवार को नरैनी तहसील के किसानों ने किसान यूनियन के बैनर तले जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर बैंकों की मनमानी व कमीशन खोरी के विरोध मे प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी की गैर मौजूदगी मे किसानों ने सिटी मजिस्ट्रेट को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सुरेशचंद्र अग्निहोत्री ने निवासी जजर ने बताया कि वह इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक का केसीसी धारक हैं। पिछले दिनों उसके केसीसी खाते से 28000 की धनराशि निकल ली गई है। किसान भइया लाल ने बताया कि उसका केसीसी नही बना हैं। खरीफ की बुआई के लिए उसके पास पैसा नहीं है। वह पैसे के लिए केसीसी बनवाना चाहता हैं। केसीसी फाइल भी बैंक में पड़ी हुई है लेकिन बैक अधिकारियों द्वारा केसीसी नहीं बनाया जा रहा है। केसीसी बनाने की एवज मे कमीशन की मांग की जा रही है। किसान पवन का कहना है कि उसकी केसीसी बनने के लिए फाइल बैंक में पड़ी हुई है। बैक अधिकारी केसीसी नहीं बना रहे हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने किसानों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। इस मौके किसान यूनियन के गणेष प्रसाद, अलोक शुक्ला, क्षवण तिवारी, बीरेंद्र, रामऔतार आदि मौजूद रहे।