दोहजार हैंडपंप खराब कैसे दूर हो पेयजल किल्लत
बांदा, जागरण संवाददाता : गर्मी शुरू होने के पहले ही प्रशासन पेयजल किल्लत के निदान के लिए कार्ययोजना
बांदा, जागरण संवाददाता : गर्मी शुरू होने के पहले ही प्रशासन पेयजल किल्लत के निदान के लिए कार्ययोजना तैयार करता हैं। लेकिन शायद यह सब कागजो मे ही सिमट कर रह गया हैं। जिले मे आठ विकास खंड हैं। जिनमे करीब 29 हजार 341 हैंडपंप लगे हुए हैं। जिसमे दो हजार से अधिक हैंडपंप स्थाई व एक हजार हैंडपंप अस्थाई रूप से भी खराब पडे है। ऐसी स्थित मे शहर समेत ग्रामीण अंचलों मे पेयजल संकट का खड़ा होना लाजमी हैं। हैंडपंपों की मरम्मत के लिए दावे तो बहुत किए जा रहे है पर हकीकत यह कि एक-दो हैंडपंपों को अपवाद मान भी लिया जाए तो ज्यादातर हैंडपंप खराब पडे हैं। जल निगम सोलहवीं शाखा ने इस बात का जिक्र जिला विकास अधिकारी को भेजी गई अपनी रिपोर्ट मे किया हैं। कहा कि 1398 हैंडपंप बिना रिबोर के संचालित नही हो सकते है। शेष हैंडपंपों के मरम्मत का कार्य किया जा रहा हैं। उधर, जिला विकास अधिकारी श्रीकृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि स्थाई रूप से खराब हैंडपंपों को रिबोर कराया जा रहा है। जिले में आबादी के मानक से अधिक हैंडपंप लगे हैं। पेयजल की कोई किल्लत नही हैं।
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इनसेट-
जल निगम द्वारा भेजी गई हैंडपंपों की रिपोर्ट
ब्लाक हैंडपंप खराब हैंडपंप
बड़ोखर खुर्द- 3719- 195
जसपुरा - 2358- 077
बबेरू- 4317- 753
कमासिन- 2768- 159
नरैनी- 5123- 252
तिंदवारी- 3975- 220
महुआ- 4338- 266
बिसंडा- 2683- 066