भूकंप के तीन झटके, घर छोड़कर बाहर भागे लोग
बांदा, जागरण संवाददाता : शहर में शनिवार को दिन के करीब 11 बजकर 40 मिनट पर भूकंप के तीन झटके महसूस कि
बांदा, जागरण संवाददाता : शहर में शनिवार को दिन के करीब 11 बजकर 40 मिनट पर भूकंप के तीन झटके महसूस किए गए। धरती के एकाएक डोलने से भयभीत लोग कार्यालय व घरों को छोड़कर बाहर के लिए भागे। करीब एक मिनट में भूकंप के तीन झटके महसूस किए गए। भूकंप से कई स्थानों पर कार्यालय व मकानों की दीवारों ने दरारे छोड़ दी। एक बच्चा जमीन पर गिरने से घायल हो गया।
शहर कोतवाली में रोज की तरह कामकाज हो रहा था। जैसे ही भूकंप के झटके आना शुरू हुए तो पुलिस कर्मी बाहर भाग कर आ गए। काफी देर अफरा तफरी मची रही। इसी प्रकार भूकंप के झटके महसूस करते ही चंद मिनटों में ही विकास भवन कार्यालय कर्मचारियों से खाली हो गया। अधिकारी व कर्मचारी सभी बाहर आकर खड़े हुए। इसी प्रकार बाजार में दुकानों में बैठे व्यापारी व स्कूलों में छात्र-छात्राएं और घरों में मौजूद ग्रहणियां सब बाहर के लिए भागी। कुछ सेकेंड तक लोगो को कुछ भी नही सूझा। लोग धरती को डोलता देख सन्न रह गए। सड़को पर चल रहे वाहन जैसे ही लड़खड़ाएं लोगो ने उन्हे एक किनारे खड़ा कर दिया। मुहल्ला जरैली कोठी में भूकंप के झटके से भयभीत नजीर वेग की तीन वर्षीय बच्ची जमीन पर गिरकर घायल हो गई। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
बबेरू संवादसूत्र के अनुसार भूकंप को लेकर लोगो में खासा भय देखा गया। यहां के लोग अभी अतिवृष्टि से उबर भी नही पाए है कि भूकंप के झटके उन्हे भयभीत कर दिया। लोगो की ंिचंताएं एक बार फिर दैवीय आपदा को लेकर बढ़ गई।
अतर्रा संवादसूत्र के अनुसार एक बार फिर जिले में दैवीय आपदा का कहर बरपने से बच गया। दोपहर भूकंप के जैसे ही झटके आना शुरू हुए लोगो ने भगवान व अल्लाह का नाम लेना शुरू कर दिया। लेकिन कुछ ही देर बाद स्थिति सामान्य हुई तो लोगो ने राहत की सांस ली।
नरैनी संवादसूत्र के अनुसार क्षेत्र में भूकंप के झटकों से लोगो के मकानों मे दरारे पड़ गई। स्कूलों में पढ़ रहे बच्चे व शिक्षक, तहसील, थाना, अस्पताल के कर्मचारी व अन्य लोग बाहर को भागे।
खप्टिहाकला संवाद सूत्र के अनुसार यहां भूकंप के कारण दिनेश शुक्ला, रशाीद खान, रामबाबू, अरविंद वर्मा के मकानों ने दरारे छोड़ दी।