शहर में हर सड़क पर जाम ही जाम
बांदा, जागरण संवाददाता : नवरात्र हो या बोर्ड परीक्षाओं का दौर प्रशासन की कवायद की पोल तब खुल जाती है
बांदा, जागरण संवाददाता : नवरात्र हो या बोर्ड परीक्षाओं का दौर प्रशासन की कवायद की पोल तब खुल जाती है जब प्रमुख मार्गो सहित कई चौराहों में जाम की स्थिति घंटों बनी रहती है। नवरात्र के समय देवी मंदिरों को जाने के लिए जहां महिलाएं तड़के से घरों से निकल पड़ती हैं वहीं छात्र-छात्राएं भी महाविद्यालय की परीक्षाओं के लिए निकलते हैं। इसके अलावा प्रतिदिन का ट्रैफिक अलग। इन सबसे निपटने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस अधिकारियों ने पीस कमेटी व अन्य बैठकों में खूब रणनीति बनाई। लेकिन शहर के किसी भी चौराहे व मार्ग से गुजरें तो इसकी हकीकत देखी जा सकती है। हद तो तब हो जाती है जब चौकी के नजदीक ही जाम लगता है। सिविल लाइन्स, कालूकुआं, बाबूलाल चौराहे में स्थापित पुलिस चौकियों के बाहर ही जाम की स्थिति किसी समय देखी जा सकती है। स्कूल की छुट्टी, श्रद्धालुओं की आवाजाही और रोज का ट्रैफिक इसके बावजूद सुरक्षाकर्मी, ट्रैफिक सिपाही नदारद। लोग घंटों परेशान रहते हैं। छोटे बच्चे जब स्कूल से लौटते हैं तो उनकी बस व चौपहिया वाहन जाम में फंस जाने से वह गर्मी व प्यास से बिलबिलाते रहते हैं। बाबूलाल चौराहे पर नरैनी, अतर्रा मार्ग का तो रोड में अघोषित बस स्टाप बना हुआ है। वाहन स्वामियों का आरोप है कि पुलिस बकायदा हर वाहन की इंट्री कर वसूली करती है। इससे जाम की समस्या घटने के बजाय बढ़ ही रही है। अधिकारी व जनप्रतिनिधि बेपरवाह बने हुए है।